रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।।
हिंदु जनजागृती समितीचे राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेकाका यांना परात्पर गुरु डॉ. आठवले यांच्या जन्मोत्सवानिमित्त करण्यात येणाऱ्या ‘हिंदु राष्ट्र जागृती अभियाना’च्या संदर्भात कळले. त्यानंतर दुसऱ्या दिवशी, म्हणजे ७.४.२०२२ ला सकाळी ५.४० वाजता त्यांना हिंदु राष्ट्र जागृती अभियानावर एक कविता सुचली. ती येथे दिली आहे.
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। धृ ।।
हिन्दू राष्ट्र का जागर है ये । रामराज्य का जागर है ।
हिन्दू ऐक्य का जागर है ये । हिन्दू संगठन का जागर है ये
।रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। १ ।।
संगठन के शक्ति का जागर है ये । अवतार कार्य का जागर है ये ।
दिव्य कार्य का जागर है ये । आध्यात्मिक कार्य का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। २ ।।
अध्यात्मशक्ति का जागर है ये । दिव्य शक्ति का जागर है ये ।
विश्वगुरु भारत का जागर है । विश्वशांति का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ३ ।।
दिव्यता का जागर है ये । देवताओं का जागर है ये ।
चेतना का जागर है ये । स्वरूपता का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ४ ।।
धर्मकार्य का जागर है ये । राष्ट्रकार्य का जागर है ये ।
धर्मरक्षा का जागर है ये । राष्ट्ररक्षा का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ५ ।।
राष्ट्रभक्तों का जागर है ये । धर्मभक्तों का जागर है ये ।
सुराज्य का जागर है ये । स्वराज्य का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ६ ।।
राष्ट्रभक्ति का जागर है ये । धर्मभक्ति का जागर है ये ।
रामायण का जागर है ये । महाभारत का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ७ ।।
स्वस्वरूप का जागर है ये । धर्मराज्य का जागर है ये ।
गुरुशिष्य परंपरा का जागर है ये । धर्मपरंपरा का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ८ ।।
धर्मसंस्कृति का जागर है ये । भारत के इतिहास का जागर है ये ।
सनातन वैदिक परम्परा का जागर है ये ।
सनातन संस्कृति का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ।। ९ ।।
सनातन का जागर है ये । वेद परंपरा का जागर है ये ।
श्रीमत् नारायण का जागर है ये । श्री महालक्ष्मी का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। १० ।।
भोलेशंकर का जागर है ये । आदिशक्ति का जागर है ये ।
मारक शक्ति का जागर है ये । तारक शक्ति का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। ११ ।।
श्री गणेश का जागर है ये । श्री हनुमान जी का जागर है ये ।
श्री दत्तात्रेय जी का जागर है ये । सभी देवी देवताओं का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। १२ ।।
सप्तर्षि महर्षि का जागर है ये ।
संत महंतों की दिव्यता का जागर है ये ।
सत्य सनातन धर्म का जागर है ये ।
श्रीहरि विष्णु के अवतार का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। १३ ।।
कलियुग के अवतारी कार्य का जागर है ये ।
कलियुग के धर्मकार्य का जागर है ये ।
कलियुग के अधर्म नाश का जागर है ये ।
कलियुगकी धर्मसंस्थापना का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। १४ ।।
आध्यात्मिक जागर है ये । धर्म का जागर है ये ।
विश्व का आध्यात्मिक जागर है ये ।
विश्व के धर्म का जागर है ये ।
रामनाम का जागर है ये । कृष्णनाम का जागर है ये ।। १५ ।।
– सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिंदु जनजागृती समिती (७.४.२०२२)
या कवितेत प्रसिद्ध करण्यात आलेल्या अनुभूती या ‘भाव तेथे देव’ या उक्तीनुसार संतांच्या वैयक्तिक अनुभूती आहेत. त्या सरसकट सर्वांनाच येतील असे नाही. – संपादक |