Chhattisgarh Naxal Attack : छत्तीसगढ में नक्सलियों द्वारा एक व्यक्ति की हत्या !
नारायणपुर – पुलिस के गुप्तचर होने के संदेह से शालुराम पोटाई नामक एक ४५ वर्ष के व्यक्ति को घर से खींचकर बाहर लाते हुए नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी । यह घटना छत्तीसगढ के नारायणपुर जिले में कुछ दिन पूर्व ही हुई है । पुलिस ने कहा कि नक्सलियों ने इस परिसर में विकास के कार्य में बाधाएं डालने एवं आतंक का वातावरण निर्माण करने के लिए निराशावश निष्पाप नागरिक की हत्या की ।
🛑A person was killed by #Naxalites in #Chhattisgarh on the suspicion of being a police informer!
🛑Policeman killed by Naxalites in Sukma, Chhattisgarh!
A small action force of Naxalites stabbed him on the neck with sharp weapons. He died on the spot.… pic.twitter.com/OCnjbCxVSF— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 4, 2024
इस विषय में प्राप्त जानकारी के अनुसार, १५ से २० सशस्त्र नक्सलियों ने शालुराम पोटाई के घर को घेर लिया । उन्हें घर में से घसीटते हुए सडक पर लाया गया । उनको उनके परिजनों एवं स्थानीय नागरिकों के सामने अमानवीय पद्धति से पीटा तथा उनकी हत्या कर दी । पुलिस को इस संदर्भ में जानकारी मिलते ही वह घटना स्थल पर दौडी तथा मृतदेह विच्छेदन के लिए भेज दी । माओवादियों के ‘कुतुल एरिया कमिटी’ ने पत्रक प्रसारित करते हुए कहा, ‘यह व्यक्ति पुलिस के गुप्तचर के रूप में काम कर रहा था ।’
छत्तीसगढ में नक्सलियों द्वारा पुलिस की हत्या !
सुकमा – छत्तीसगढ के नक्सलग्रस्त सुकमा जिले के गदिरस गांव में पुलिस हवालदार सोडी लक्ष्मण की नक्सलियों के छोटे कृति दल ने हत्या कर दी । कुछ दिन पूर्व ही यह घटना सामने आई है । नक्सलियों ने उसकी गर्दन पर नुकीले हथियार से वार किया । जिससे उसकी उसी स्थान पर मृत्यु हो गई । हत्या की जानकारी मिलते ही गदिरस पुलिस थाने का एक पुलिसदल घटना स्थल पहुंचा । तदुपरांत मृतदेह को विच्छेदन के लिए भेज दिया गया । पुलिस ने कहा कि इस प्रकरण में अपराधी को ढूंढा जा रहा है ।
तेलंगाना में ‘आइईडी’ विस्फोट में गांववासी की मृत्यु
भाग्यनगर – तेलंगाना के मुलुगु जिले के जंगल परिसर में ३ जून को प्रतिबंधित ‘सीपीआइ’ (माओवादी) दल के सदस्य द्वारा बिछाए गए ‘आइईडी’ के विस्फोट में एक ५५ वर्ष के व्यक्ति की मौत हो गई । पुलिस ने कहा कि वाजेदू मंडल के कोंगल गांव के निकट बिछाए गए ‘आइईडी’ पर पांव रखते ही विस्फोट होकर उस व्यक्ति की उसी समय मृत्यु हो गई । पुलिस का कहना है कि माओवादी अपना आतंक फैलाने के लिए जिस परिसर में लोग नियमित आवागमन करते हैं, वहीं ‘आइईडी’ बिछाते है । इस प्रकरण में वजेडू पुलिस थाने में अपराध प्रविष्ट किया गया है ।