Bharat Gaurav Award : सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को घोषित किया गया ११ वां ‘भारत गौरव पुरस्कार !’
‘संस्कृति युवा संस्था’ की ओर से ५ जून को फ्रांस की संसद में होगा सम्मान !
जयपुर (राजस्थान) – संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने घोषित करते हुए कहा, ‘भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के वैश्विक प्रसार हेतु किए गए अद्वितीय योगदान के लिए सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को ११ वें ‘भारत गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा । ‘संस्कृति युवा संस्था’ की ओर से ५ जून २०२४ को फ्रांस की सिनेट में (संसद में) यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा ।’
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ओर से उनकी आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी (इस पुरस्कार का) यह पुरुस्कार स्वीकार करेंगी ।
भारतीय संस्कृति एवं समाज की उन्नति हेतु अद्वितीय योगदान के लिए सम्मान !
२८ वर्षों से भारतीय संस्कृति एवं समाज की उन्नति हेतु समर्पित ‘संस्कृति युवा संस्था’ ने इस वर्ष के प्रतिष्ठित ‘भारत गौरव पुरस्कार’ के लिए सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का चयन किया है । यह पुरस्कार उनके उत्कृष्ट सामाजिक कार्य, आध्यात्मिक मार्गदर्शन तथा सांस्कृतिक सुरक्षा के लिए अद्वितीय योगदान हेतु दिया जा रहा है ।
इस महत्त्वपूर्ण अवसर पर सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को सम्मानित करने के लिए वैश्विक स्तर पर के अनेक मान्यवर लोग उपस्थित रहेंगे एवं यह समारोह भारतीय संस्कृति की समृद्ध धरोहर का उत्सव मनाने का एक महत्त्वपूर्ण व्यासपीठ बनेगा ।
The Founder of @SanatanSanstha, Sachchidananda Parabrahman Dr. Jayant Athavale to be awarded the 11th ‘Bharat Gaurav Award’!
The honor will be held in the French Parliament on June 5 on behalf of ‘Sanskrit Yuva Sanstha’!
Honoured for His unique contribution to the advancement… pic.twitter.com/xoZZen4Jsn
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 4, 2024
‘भारत गौरव पुरस्कार’ समारोह इससे पूर्व ‘युनाइटेड किंगडम हाऊस ऑफ कामन्स’ (ब्रिटेन), संयुक्त राष्ट्र एवं एटलांटिस तथा दुबई, ऐसे प्रतिष्ठित स्थानों में आयोजित किया गया था । इस समय फ्रांस की सिनेट में आयोजित किया जाएगा । इस समारोह में भारत एवं भारतीय जनसमूह के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जाता है, जो भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के प्रसार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।