Raveena Tandon Accident : (और इनकी सुनिए…) ‘अभिनेत्री रवीना टंडन ने एक वृद्ध महिला को कार से टक्कर मारी और उसकी पिटाई कर दी !’

  • कट्टरपंथियों के समूह का झूठा आरोप !

  • मोहसिन शेख नामक कट्टर पत्रकार द्वारा एक फर्जी वीडियो प्रसारीत !

  • रवीना टंडन पर कट्टरपंथियों के एक समूह ने किया हमला !

अभिनेत्री रवीना टंडन

मुंबई (महाराष्ट्र) – अभिनेत्री रवीना टंडन के घर के बाहर एक कार्यक्रम में बुर्का पहने एक महिला पहुंची। रवीना टंडन ने महिला की तरफ से अंदाजा लगाया और धीरे-धीरे कार आगे बढ़ा दी। फिर भी मुसलमानों की एक भीड़ ने रवीना टंडन को घेर लिया और उन पर ‘एक बूढ़ी औरत को कुचलने और उसे पीटने’ का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया। वास्तव में, रवीना टंडन पर मुस्लिम समूह द्वारा हमला किए जाने का एक वीडियो प्रसारित किया गया है जिसमें वह उनसे ‘मुझे मत मारने’ की बिनती कर रही हैं। इस वीडियो में रवीना भ्रमित नजर आ रही हैं।

एक पत्रकार मोहसिन शेख ने संबंधित वृद्ध महिला के बेटे का एक फर्जी वीडियो प्रसारित किया है। इसमें अहमद नाम का शख्स कह रहा है, ”रवीना टंडन की कार ने मेरी मां को टक्कर मार दी। वह उस वक्त नशे में थीं और उन्होंने मेरी मां को पीटा। नतीजा यह हुआ कि उनके सिर में चोट लग गई। खार पुलिस स्टेशन में ४ घंटे बिताने के बाद भी कोई हमारी शिकायत दर्ज नहीं कर रहा।हमको समझौता करने को कहा जा रहा है।

मुंबई में काम कर रहे हैं ऐसे गिरोह ! – लोगों की प्रतिक्रियाएं

‘एक्स’ पर सिन्हा द्वारा पोस्ट किए गए संबंधित वीडियो के तहत टिप्पणियों में, पाठकों ने कहा, ‘ऐसे गिरोह मुंबई में काम कर रहे हैं।’, ‘शांतिरक्षकों’ की यह भीड़ सचमुच उसे मार रही है।’, ‘यह शांतिरक्षक सब जगह समस्याएं पैदा करते हैं। ‘अगर यह मशहूर हस्तियों के साथ होता है,तो आम लोगों के साथ क्या होता है?’

बिना पुष्टि के जल्दबाजी में झूठी खबरें प्रसारित करने वाले समाचार चैनल !

सीसीटीवी फुटेज में साफ है कि अभिनेत्री रवीना टंडन की कार को बुजुर्ग मुस्लिम महिला ने छुआ तक नहीं। यह वीडियो प्रसारित भी हो चुका है। इसके बावजूद कुछ न्यूज चैनलों ने खबर दी कि ‘रवीना टंडन की गाड़ी ने एक बूढ़ी महिला को टक्कर मार दी।’ इस तथ्य के बावजूद कि कार बेहद धीमी थी, ‘रवीना ने लापरवाही से गाड़ी चलाई’, ऐसी झूठी खबर प्रसारित की ।

संपादकीय भूमिका

क्या यह येनकेन प्रकारेण हिन्दूओं का उत्पीड़न नहीं है ? ऐसे मिथ्या आचरण कर के क्या समाज में विद्वेष पैदा करने का धर्मांधोंका इरादा नहीं था ना ? क्या पुलिस इसकी जांच करेगी ?