Purnima Nath : अमेरिका के हिन्दुओं की व्यथा प्रस्तुत करनेवाली पूर्णिमा नाथ को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी !
विस्कॉनसिन के मिलवॉकी से मिली उम्मीदवारी !
मिलवॉकी (अमेरिका) – यहां की भारतीय वंश की पूर्णिमा नाथ को अमेरिका की सांसद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार घोषित किया है । आनेवाले अगस्त में अमेरिका में ‘प्रायमरी’ (प्रथम चरण का पक्षांतर्गत चुनाव) हो रही है तथा नवंबर में राष्ट्राध्यक्ष के पद के मुख्य चुनाव होनेवाले हैं । इसके अंतर्गत विस्कॉनसिन के चौथे मतदातासंघ से अर्थात मिलवॉकी शहर से पूर्णिमा नाथ सांसद के पद के लिए चुनाव लड रही हैं । वे अपनेआप को ‘अनअपोलोजेटिक हिन्दू’ (स्वयं को हिन्दू कहने में कोई लज्जा न माननेवाली) समझती हैं, ऐसा उन्होंने ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि से दूरभाष पर बोलते समय कहा । अमेरिका के हिन्दुओं की व्यथा विश्व के सामने प्रस्तुत करने के लिए वे लडती है तथा यहां के हिन्दू समाज के हित के लिए वे कार्य करनेवाली हैं, ऐसा उन्होंने इस समय बताया ।
Purnima Nath, an outspoken and a proud American Hindu, gets nomination from the Republican Party to contest in the US elections from Milwaukee (Wisconsin).
While discussing with ‘Sanatan Prabhat’, @PurnimaNath said :
• I am contesting the elections as a strong Hindu.
• The… pic.twitter.com/ejaHxfrg65
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 13, 2024
नाथ को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी मिली है, ऐसा उन्होंने एक प्रसिद्धीपत्रक द्वारा घोषित किया है । उसमें कहा है कि,
१. नाथ राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, सीमाओं की रक्षा आदि सूत्रों की प्रखर समर्थक हैं ।
२. अधिकृत स्थलांतरित व्यक्ति होने से भू-राजनैतिक विषयों से वे भलीभांति परिचित हैं । वे मानती हैं कि ये विषय स्थानीय नागरिकों का जीवन, शिक्षा और कुल समृद्धि के लिए आवश्यक कार्य करते हैं ।
३. मूल समस्याओं की उपेक्षा कर राजनीतिक दृष्टि से सुविधाजनक भूमिका प्रस्तुत करना (‘पोलिटिकली करेक्ट’ रहना) समाज में रूढ हुआ है । इससे समाज त्रस्त है । भेद की नीति करनेवाली राजनीति सामान्य नागरिक और समाज के लिए घातक सिद्ध होती है । यहां के हिन्दू समाज के विकास हेतु वे कटिबद्ध हैं ।
अमेरिकी राजनीति में हिन्दुओं के लिए किसी को कुछ लेना-देना नहीं है ! – पूर्णिमा नाथ‘सनातन प्रभात’ से वार्तालाप करते समय नाथ ने कहा कि मैं प्रखर हिन्दू के रूप में ही इस चुनाव के लिए खडी हूं । मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका के हिन्दुओं की समस्या प्रस्तुत करना चाहती हूं । यहां केवल श्वेत तथा कृष्ण वर्णियों के ही अधिकारों की बात होती है; परंतु ब्राऊन लोगों के प्रति (हिन्दुओं के प्रति) किसी को कुछ लेना-देना नहीं है । हिन्दू यहां पर अत्यल्प अल्पसंख्यकों का जीवन जी रहे हैं । |
पूर्णिमा नाथ से संबंधित जानकारी !
पूर्णिमा नाथ मूलत: अभियंता हैं और उन्होंने अमेरिका के तीसरे क्रमांक के ‘नॉर्थवेस्टर्न विश्वविद्यालय’ के ‘केलॉग स्कूल ऑफ बिझनेस’ से ‘एम्.बी.ए.’ की शिक्षा प्राप्त की है । उन्होंने अनेक बहुराष्ट्रीय प्रतिष्ठानों में व्यवस्थापकीय परामर्शदाता के रूप में कार्य किया है । वर्तमान में वे ‘स्पिंडल इंडिया’ नामक अशासकीय संस्था चलाती हैं । साथही ‘इंडिया फेस्ट विस्कॉन्सिन’, इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की वे निर्माती हैं । उन्हें विविध भारतीय समाचारवाहिनियों पर आयोजित चर्चासत्रों में ‘अंतरराष्ट्रीय राजनीति’ और ‘भू-राजनीति’ की समीक्षक के रूप में आमंत्रित किया जाता है । वे बंगाल के बीसवीं सदी के विख्यात संत ‘श्रीश्रीकैवल्या राम ठाकूर’ को गुरु मानती हैं ।
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं के हित के लिए सात समुंदर पार कार्य करनेवाली पूर्णिमा नाथ का अभिनंदन ! ऐसे हिन्दू ही हिन्दू धर्म की वास्तविक शक्ति है ! |