Jaishankar India-China Relations : भारत-चीन संबंध सामान्य होने पर ही सीमा पर शांति बहाल हो सकती है ! – विदेशमंत्री
नई देहली – भारत को चीन के साथ प्रलंबित रहे प्रश्न हल करने होंगे, ऐसी आशा है । दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध सामान्य होने पर ही सीमा पर शांति स्थापित हो सकती है, ऐसा वक्तव्य विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक साक्षात्कार में किया । उन्होंने कहा कि, शेष प्रलंबित सूत्रों में मुख्यरूप से गस्त लगाने का अधिकार और गस्त लगाने की क्षमता है । आज चीन के साथ हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं; कारण सीमाक्षेत्र में शांति भंग हुई है । इस कारण वर्तमान स्थिति हमारे हित में नहीं ।
जयशंकर ने कहा कि राजनीति संयम का काम है । मैं कहता हूं कि यदि संबंध सामान्य होने होंगे, तो हमें समस्याओं को हल करना होगा । मई २०२० से भारत और चीन की सेना में संघर्ष चालू है । सीमा विवाद अभी तक पूर्णरूप से हल नहीं हुआ । जून २०२० में गलवान घाटी में हुई भीषण मुठभेड में दोनों देशों के बीच संबंध में बहुत तनाव बढ गया था । तथापि दोनों ओर से संघर्ष के अनेक सूत्रों पर स्वयं को पीछे किया है । सीमा पर शांति प्रस्थापित करने के लिए संबंध सामान्य करना आवश्यक होने का भारत ने नियमित कहा है ।
‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनामिक कॉरिडोर’ की कार्यवाही में होनेवाला विलंब यह निश्चित ही चिंता की बात !
जी-२० परिषद में तय किए गए ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप इकोनामिक कॉरिडोर’ के विषय में भी इस समय विदेशमंत्री ने कहा । उन्होंने कहा कि इस परियोजना को लागू करने में होने वाला विलंब यह पश्चिम एशिया की वर्तमान स्थिति और उपक्रम के उपरांत निर्माण हुई अपेक्षा को ध्यान में लेते हुए चिंता का विषय है । इस परियोजना से संबंधित सभी भागीदार इसके लिए कटिबद्ध हैं; कारण वे इसे एक अच्छा उपक्रम मानते हैं ।
पश्चिम एशिया में वर्तमान में चल रहे संकट के कारण परियोजनाओं को कुछ वर्ष विलंब होगा क्या, ऐसा पूछने पर उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए निश्चित ही चिंता की बात है और सितंबर २०२३ में समझौते पर हस्ताक्षर करते समय हमें अपेक्षा थी, उसमें अब कुछ बदलाव करने होंगे ।