Bengal Ram Navami Violence : बंगाल में रामनवमी के दिन ३ स्थानों पर हिंसाचार : १८ लोग घायल

मुर्शिदाबाद की शोभायात्रा में देसी बम द्वारा विस्फोट !

कोलकाता (बंगाल) – रामनवमी के दिन बंगाल में कुछ स्थानों पर हिंसाचार हुआ । मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर के शक्तीपुर में मस्जिद के पास रामनवमी की शोभायात्रा आने के उपरांत धर्मांध मुसलमानों ने आक्रमण किया । घर के छतों से पथराव किया गया । (‘छतों पर पत्थर रखे गए हैं क्या ?’, इसकी जांच पुलिस ने शोभायात्रा के पहले क्यों नहीं की ? – संपादक) कहा जा रहा है कि इस समय देसी बम का भी उपयोग किया गया । समूह को फैलाने के लिए पुलिस ने टियर गैस का उपयोग किया । शक्तीपुर मे हिन्दू अल्पसंख्यक हैं । जिले के माणिक्याहार और राज्य के मेदिनीपुर के इग्रा में भी हिन्दुओं की शोभायात्रा पर आक्रमण किया गया । तीनों स्थानों पर हुए हिंसाचार में १८ लोग घायल हुए हैं । इनमें २ छोटे बच्चे, १ महिला और कुछ पुलिसकर्मी हैं । परिसर में तनावपूर्ण वातावरण है । तनाव की पृष्ठभूमि पर प्रशासन ने बडी मात्रा में केंद्रीय बल का प्रबंध किया है । इस मामले में पुलिस द्वारा अधिकृत वक्तव्य अभी तक नहीं दिया गया है ।

माणिक्याहार और मेदिनीपुर में भी आक्रमण

१. शक्तीपुर की भांति मुर्शिदाबाद जिले के माणिक्याहार में भी शोभायात्रा पर आक्रमण किया गया । माणिक्याहार परिसर में भी आक्रमणकारियों ने हिन्दुओं के घरों में आग लगाई और लुटपाट की ।

२. बंगाल में मेदिनीपुर के इग्रा में भी शोभायात्रा पर आक्रमण किया गया । घायलों को उपचार के लिए चिकित्सालयों में भर्ती किया है ।

भाजपा की तृणमूल कांग्रेस पर टिप्पणी

१. विरोधी पक्षनेता सुवेंदू अधिकारी ने कहा है कि फिर से एक बार ममता बॅनर्जी की पुलिस हिंसाचार नियंत्रित करने में असफल हुई है । उन्होंने आरोप किया कि, ‘हिन्दुओं पर सभी के सामने आक्रमण हुआ और ममता बनर्जी की पुलिस मूक दर्शक बनी रही ।’

२. भाजपा के प्रदेश मुख्य सचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने कहा कि कानून और सुव्यवस्था बनाए रखना राज्य पुलिस का काम है । हम चुनाव आयोग को वहां के पुलिस अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही करने की विनती करते है ।

३. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने मांग की कि, हिंसाचार की घटना की राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र द्वारा जांच की जाए ।

४. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने हिंसाचार के कुछ वीडियो ‘एक्स’ पर शेयर किए हैं । उन्होंने लिखा है कि ममता बनर्जी फिर से एक बार रामनवमी की शोभायात्रा की रक्षा करने में असफल रहीं । ममता बनर्जी द्वारा पीछले कुछ दिनों में प्रचार सभाओं में लोगों को भडकानेवाले भाषण दिए गए, जो इस हिंसाचार की घटना के लिए उत्तरदायी हैं ।

तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा पर टिप्पणी

दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर चुनाव के पहले तनाव उत्पन्न करने का आरोप किया है । तृणमूल के नेता शांतनु सेन ने कहा कि भाजपा चुनाव के पहले दंगे करवाने का प्रयत्न कर रही है । ऐसी हिंसाचार की घटनाओं का हम निषेध करते है । यह भाजपा का काम है ।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध

मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में घायलों को देखने के लिए आए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के विरुद्ध भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ‘वापस जाओ’ ऐसे नारे लगाए । इस समय भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओंमें विवाद उत्पन्न हुआ । अधीर रंजन चौधरी पर भाजपा नेता को धक्का लगाने का आरोप किया गया ।

पीछले वर्ष भी हुआ था हिंसाचार !

पीछले वर्ष रामनवमी के दिन ही बंगाल में हिंसाचार की घटनाएं हुई थी । उत्तर दिनाजपुर के दालखोला, हावडा के शिवपुर और रिसरा तथा हुगली के श्रीरामपुर में रामनवमी की शोभायात्राओं पर आक्रमण हुए थे । इनमें कई लोग घायल हुए थे । राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र इन आक्रमणों की जांच कर रहा है ।

मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के पीछे भाजपा ! – ममता बनर्जी

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामनवमी के दिन मुर्शिदाबाद में हुई हिंसक घटना में भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद में रामनवमी की शोभायात्रा में बम धमाका हुआ, जिसमें में एक महिला की मृत्यु हो गई । सबकुछ पूर्वनियोजित था । मुर्शिदाबाद के उप-महानिरीक्षक को रामनवमी से एक दिन पहले हटा दिया गया, जिससे वे (भाजपा) राज्य में हिंसा भडका सकें । एक दिन पहले उसी स्थान पर भाजपा के विधायक ने भड़काऊ भाषण किया था । रामनवमी की शोभायात्रा में तलवारें लेकर आने के लिए किसने कहा था ? मैं ‘भाजपा आयोग’ से (चुनाव आयोग से) पूछती हूं कि रामनवमी से पहले उप-महानिरीक्षक को क्यों हटाया ? भाजपा को साहायता करने के लिए ?

ममता बनर्जी ने रामनवमी से एक दिन पहले भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा रामनवमी के दिन राज्य में दंगा करवाएगी ।

संपादकीय भूमिका 

  • पीछले वर्ष भी बंगाल में रामनवमी के समय इसी प्रकार की घटनाएं हुई थी और इस वर्ष भी वैसी ही घटनाएं घटी हैं । इससे यही स्पष्ट होता है कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार हिन्दुओं की रक्षा के संदर्भ में निष्क्रिय ही रहती है !
  • तृणमूल कांग्रेस मुसलमानप्रेमी और हिन्दूद्वेषी पार्टी होने से ऐसा इसके पहले भी हुआ है, अब भी हो रहा है और आगे भी होता रहेगा । यह सब देखते हुए केंद्र सरकार को कानून और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लाना चाहिए !