Karachi Beggars : ईद के अवसर पर भीख मांगने का व्यवसाय करने वाले ४ लाख लोगों की कराची में भीड !
रमजान महीने में अकेले कराची में अपराध की स्थिति !१. १९ लोगों की हत्या२. ६ सहस्र ७८० आपराधिक घटनाएं३. १३० से अधिक वाहनों की चोरी ! |
कराची (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में ईद मनाते समय अचानक उसकी आर्थिक राजधानी कराची में भिखारियों की भीड जमा हो गई है । भीख मांगने वाले व्यवसाय के लगभग ४ लाख लोगों में सभी आयु के लोग सम्मिलित हैं । वे कराची के बाजार, मुख्य रास्ते, ट्रैफिक सिग्नल्स, शॉपिंग मॉल तथा मस्जिद में जमा हुए थे । पाकिस्तान में ईंधन तथा खाद्यपदार्थों का मूल्य नियमित बढ रहा है । आसमान को छूने वाली महंगाई ने पाकिस्तान के लिए बडा आर्थिक संकट निर्माण किया है । रमजान महीने में रास्तों पर आपराधिक घटनाओं में लगभग १९ लोगों की मृत्यु हो गई, तो जनवरी २०२४ से अब तक ५५ लोगों द्वारा लूटमार का विरोध करने पर उन्हें अपनी जान गंवानी पडी है । ‘जिओ न्यूज़’ के अनुसार रमजान महीने में कराची में ६ सहस्र ७८० अपराध की घटनाएं हुई । इस कालावधि में १३० से अधिक वाहन चोरी हुए ।
१. ‘न्यूज इंटरनेशनल’ इस वृत्तपत्र ने कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक इमरान याकूब मिन्हास के हवाले से कहा है कि रमजान महीने में लगभग ३ से ४ लाख व्यावसायिक भिखारी ईद के अवसर पर पैसा कमाने के लिए कराची में आते हैं । वे कराची को बडे बाजार के रूप में देखते हैं । कराची में आकर ये लोग अपराध करते हैं । वे सिंध, बलूचिस्तान और देश के अन्य राज्यों से आते हैं ।
२. इतना ही नहीं, तो कुछ माह पूर्व सऊदी अरब में यात्री के रूप में गए अनेक पाकिस्तानी भिखारियों को हवाईजहाज से पुनः पाकिस्तान में भेजा गया था ।
Karachi witnesses a rush of 4 lakh people involved in the business of begging on the occasion of Eid !
🛑 The state of crime in #Karachi alone in the month of Ramadhan 👇
👉 19 people killed
👉 6780 criminal incidents registered
👉 Over 130 vehicles stolen !
➡️ How can one… pic.twitter.com/9UKM88eWwx
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 11, 2024
३. पाकिस्तान के भिखारी तीर्थयात्रा के नाम पर खाडी देशों में जाते हैं । वे सऊदी के मक्का-मदीना मुसलमानों के इस पवित्र स्थान पर जाकर भीख मांगते हैं ।
४. पाकिस्तान के विदेशी प्रकरणों के सचिव जीशान खानजादा ने बताया कि, मक्का मस्जिद से बंदी बनाए गए अधिकांश पॉकेटमार पाकिस्तानी नागरिक हैं ।
संपादकीय भूमिकारमजान महीने में अल्लाह की अधिक से अधिक उपासना करने का संदेश देने वाले इस्लामी पाकिस्तान में ऐसे कैसे होता है ? इससे इस्लाम भारत में नहीं, तो पाकिस्तान में ‘खतरे में है’, ऐसा कहने की स्थिति पाकिस्तान पर आई है ! |