पू. राम बालकदास महात्यागीजी के करकमलों से राजीम कुंभपर्व (छत्तीसगढ) में सनातन की ग्रंथ-प्रदर्शनी का उद्घाटन !

पू. राम बालकदास महात्यागीजी को ग्रंथ भेंट करते सनातन के साधक श्री. हेमंत कानस्कर तथा उपस्थित अन्य साधक

राजीम कुंभमेला (छत्तीसगढ) – सनातन संस्था द्वारा यहां के राजीम कुंभपर्व में धर्म एवं अध्यात्म पर आधारित ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई, साथ ही धर्मशिक्षा फलकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई । पाटेश्वरधाम के संत पू. राम बालकदास महात्यागीजी के करकमलों से दीपप्रज्वलन कर इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया । इस अवसर पर रायपुर के ‘शदानी दरबार तीर्थ’ के पू. डॉ. युधिष्ठिरलालजी महाराज के प्रतिनिधि श्री. महेंद्र तलरेजा, श्री. कपिल सचदेव; ‘गीता प्रेस, रायपुर’ के श्री. रामदेव यादव, सनातन संस्था के श्री. हेमंत कानस्कर तथा श्री. दीपक जमनारे आदि मान्यवर उपस्थित थे ।

इस अवसर पर पू. राम बालकदास महात्यागीजी ने उनके द्वारा स्थापित यज्ञशाला में सनातन के साधकों को आने का निमंत्रण दिया । पू. डॉ. युधिष्ठिरलालजी महाराज ने संस्था की प्रदर्शनी के अवलोकन का आश्वासन दिया । इस अवसर पर श्री. कानस्कर ने पू. राम बालकदास महात्यागीजी को सनातन संस्था द्वारा प्रकाशित ‘औषधीय वनस्पतियों का रोपण कैसे करें ?’, यह ग्रंथ भेंट कर उन्हें सम्मानित किया ।

क्षणिकाएं

१. संतों के करकमलों से प्रदर्शनी का उद्घाटन किए जाने के उपरांत अकस्मात ही प्रदर्शनी में आनेवाले जिज्ञासुओं की संख्या बढी ।
२. प्रदर्शनी का अवलोकन करनेवाले जिज्ञासुओं ने सनातन संस्था के कार्य की प्रशंसा की तथा ‘सभी हिन्दुओं को इस प्रदर्शनी का अवलोकन करना चाहिए’, यह भावना व्यक्त की ।