मुंबई में सरकारी भूमि पर दरगाह का अनाधिकृत निर्माण काम !
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ठाणे (महाराष्ट्र) – मुंबई शहर से ५ किलोमीटर दूरी पर उत्तन भाग की एक सरकारी भूमि पर अनाधिकृत रूप से हजरत सैयद बालेशाह पीर दरगाह का निर्माण किए जाने का आरोप लगाया गया है । ७० सहस्र फुट पर १०० फुट की दरगाह अनाधिकृत रूप से निर्माण की गई है ।
इस संबंध में मीरा-भाईंदर महानगरपालिका को नियमित शिकायतें आ रही थी; लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई । दरगाह के विषय में मुंबई उच्च न्यायालय में जनहित याचिका प्रविष्ट की गई है । दरगाह के संचालकों पर गैरकानूनी निर्माण और सरकारी भूमि पर नियंत्रण करने का आरोप लगाया गया है । दरगाह ट्रस्ट को २२ मार्च तक गैरकानूनी निर्माण गिराने के लिए कहा गया है, ऐसा न करने पर प्रशासन यह निर्माण गिरानेवाला है, ऐसा न्यायालय ने बताया ।
१. वर्ष १९९३ में बम विस्फोट के लिए लाया गया विस्फोटक सामान रायगड में शेखाडी के समुद्र किनारे पर उतारा गया था । वर्ष २००८ में मुंबई में दहशत फैलाने वाले १० आतंकवादी समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे थे ।
२. ठाणे का उत्तन दरगाह परिसर भी समुद्र किनारे ही है । उत्तन दरगाह के आसपास के स्थानपर अवैध कब्जा किया गया है । दरगाह के मौलवी पर अवयस्क लडकी का धर्मांतरण कर उससे विवाह करना, दरगाह में ८ अवैध घुसपैठियों को आश्रय देना, तलघर में नशीले पदार्थों के अड्डे बनाना, आसपास के जंगलों के पेड तोडना, ऐसे विविध आरोप लगे हैं ।
३. पिछले अनेक वर्षों से दरगाह ट्रस्ट ने धीमे-धीमे वनभूमि पर नियंत्रण किया है । दरगाह के समीप नौकाएं घूमती हैं; लेकिन वहां का परिसर निर्जन है । इस कारण यह समाजविरोधियों का अड्डा बना है ।
४. दरगाह के विषय में विधानसभा में प्रश्न उपस्थित किये गये थे, तब प्रशासन को गैरकानूनी निर्माण गिराने की नोटिस भेजी गई थी ।
५. दरगाह ट्रस्ट की ओर से दरगाह पर होनेवाले आरोप गलत होने की बात बताई जा रही है । उनके मत से उत्तन का यह दरगाह पुर्तगाली राजवंश का है ।
संपादकीय भूमिका
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