SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : राज्य सरकार ने मंत्रालय को स्वच्छ रखने के लिए दिया आदेश !
दैनिक ‘सनातन प्रभात’ की वार्ता तथा सुराज्य अभियान की शिकायत का परिणाम !
मुंबई, १३ मार्च (समाचार) – दैनिक ‘सनातन प्रभात’ की वार्ता तथा सुराज्य अभियान की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने मंत्रालय की स्वच्छता के लिए ११ मार्च को एक सरकारी आदेश दिया है । दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के जालस्थल पर १४ सितंबर २०२३ को मंत्रालय के सभी विभागों के पटल पर फाइलों के अंबार तथा अस्त-व्यस्त सामग्री के विषय में ‘मंत्रालय में कामकाज ‘पेपरलेस’; तथापि विभागों में ‘फाइलों का अंबार’ यह समाचार छपा था । २७ सितंबर २०२३ को हिन्दू जनजागृति समिति के सुराज्य अभियान ने राज्य के प्रमुख सचिव सहित मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री को लिखित शिकायत दी थी ।
राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने दिए आदेश में मंत्रालय के सभी प्रशासनिक विभागों को स्वच्छ रखने की कार्ययोजना निश्चित की गई है । मंत्रालय भवन में, जो राज्य सरकार का मुख्यालय है, सब अनुपयोगी वस्तुएं एवं सामग्रियां तथा अभिलेख आदि पड़े रहते हैं । इस क्रम में इन सभी अनुभागों को स्वच्छ रखने का निर्देश दिया गया है । विभागों को व्यवस्थित रखने के लिए संबंधित विभागों द्वारा पहले ही परिपत्र जारी किए जा चुके हैं; हालांकि, दैनिक ’सनातन प्रभात’ में छपी वार्ता तथा सुराज्य अभियान की शिकायत के उपरांत पहली बार सरकार से सीधा आदेश आया है तथा विभागों को स्वच्छता के लिए कार्ययोजना बनाकर अमल में लाने का आदेश दिया गया है ।
फाईलों के अंबार के कारण काम करने में कठिनाई ! – सनातन प्रभात द्वारा प्रस्तुत वस्तुस्थिति
मंत्रालय के सभी विभागों के पटलों पर फाईलों का इतना ढेर लगा हुआ है कि कंप्यूटर के दोनों ओर, साथ ही पीछे तथा अन्य स्थानों पर भी फाइलों का ढेर लगा हुआ है । कुछ विभागों में तो बैठने के स्थान पर भी फाइलों के अंबार लगे हैं । मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री के विभाग में भी यही स्थिति है । इससे कर्मचारियों को कार्य करने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता है । दैनिक ‘सनातन प्रभात’ ने इस तथ्य को उजागर किया कि कर्मचारियों को इन फाइलों के ढेर में काम करना पड़ता है ।
विभागों के पटलों पर फाईलों का ढेर
रणनीतिक निर्णय लेने के लिए किया गया था आवाहन !
चूंकि मंत्रालय राज्य का मुख्य प्रशासनिक केंद्र है, इसलिए राज्य के सभी प्रशासनिक अधिकारी काम के लिए मंत्रालय आते हैं । इन अधिकारियों के सामने मंत्रालय के व्यवस्थापन का आदर्श रहे, ऐसी सुसूत्रता यहां होना अपेक्षित है, जिससे राज्य के अन्य सभी सरकारी कार्यालय भी वही आदर्श अपना सकें । वर्तमान स्थिति में मंत्रालय के सभी विभागों में फाईलें अस्त-व्यस्त रखी गई हैं । यह मंत्रालय के लिए अशोभनीय है । मंत्रालय की यह स्थिति राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में कम-अधिक प्रमाण में होने की संभावना है । इसलिए इस वार्ता में आग्रह किया गया कि सरकार इसका अध्ययन कर न केवल मंत्रालय में, अपितु राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों के विषय में रणनीतिक निर्णय ले ।
Impact of Sanatan Prabhat's report and complaint by @SurajyaCampaign
State Government issues order to keep the Mantralya (Secretariat ) clean and organized.
Mumbai – Following a news report in the 'Sanatan Prabhat' daily and a complaint by the Surajya Campaign, the Maharashtra… pic.twitter.com/bqhfE6vWJK
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 13, 2024
स्वच्छता के लिए कार्ययोजना लागू करने का आदेश !
सरकारी आदेश के अनुसार मंत्रालय के सभी प्रशासनिक विभागों को स्वच्छ तथा व्यवस्थित रखने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है । इसमें ’दस्तावेजों तथा फाइलों की समीक्षा तथा वर्गीकरण किया जाना चाहिए ।’ फाईलों की समयावधि समाप्त होने पर उनका उचित निपटारा किया जाना चाहिए । सुनिश्चित करें कि पुराने कंप्यूटर, प्रिंटर, अनावश्यक दस्तावेज़ इधर-उधर न पडे रहें । इसमें दस्तावेज़ भेजने के लिए ’ई-पेपर का उपयोग करें’ जैसे सूत्र समाहित हैं।