राष्ट्रप्रेमी हिन्दुओ, ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य में हम श्रीराम की वानरसेवा के वानरों की भांति सम्मिलित हैं, ऐसा भाव रखें !
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘ऐसा भाव रखने पर रामराज्य की अर्थात हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने के साथ ही आपका भी उद्धार होगा; अन्यथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने पर भी अहंभाव जागृत होने के कारण आपका उद्धार नहीं होगा ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक