Tara Shahdeo Slams Ravish Kumar : लव जिहाद को ‘काल्पनिक’ बताने पर नेशनल शूटर तारा सहदेव ने हिन्दू विरोधी पत्रकार रवीश कुमार को लगाई फटकार !
तुम्हारे जैसे लोग जिहादियों की शक्ति बढाते हैं ! – तारा सहदेव
देहली – नेशनल शूटर तारा सहदेव ने ‘लव जिहाद’ को फैंटेसी (काल्पनिक)बताने वाले हिन्दू-द्वेषी पत्रकार रवीश कुमार को फटकार लगाई है । तारा सहदेव लव जिहाद की शिकार थी । तारा सहदेव ने ‘एक्स’ पर अपनी राय रखी है । उन्होंने कहा, ‘रकीबुल जैसे जिहादियों ने धर्म परिवर्तन के लिए मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडित किया । उन्होंने ‘लव जिहाद’ से मुझे निशाना बनाया । मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ‘इतनी क्रूर हरकत करने की हिम्मत उसमें कहां से आई ?’ आज मैं समझ गई कि आप जैसे लोग ही हैं जो रकीबुल जैसे जिहादियों को मजबूत बनाते हैं ।’
रकीबुल जैसे जिहादी जिसने मुझे धर्म परिवर्तन #लवजिहाद के लिए जो शारीरिक और मानसिक प्रतरणाए दी , मैं उस समय समझ नही पाई थी की वो हवानियत करने की हिम्मत उसमे कहां से आई ,लेकिन आज समझ आया की वो हिम्मत उन जैसे लोगो को आप जैसे लोग ही देते हो।@SreenivasanJain@ravishndtv@AskAnshul https://t.co/fwxBZ7QrA4
— Tara Shahdeo (@ShahdeoTara) February 17, 2024
लव जिहाद की शिकार तारा सहदेव !
रकीबुल हसन ने खुद को रंजीत कोहली बताकर तारा सहदेव को प्रेम जाल में फंसाया । जब तारा सहदेव को उसके असली स्वरूप का पता चला तो उसने उसका विरोध किया । उस समय रकीबुल और उसके परिवार ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडित किया । यह प्रकरण वर्ष २०१४ में सामने आया था । वर्ष २०१५ में उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने जांच आरंभ की । इस प्रकरण में रकीबुल को रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी । झारखंड हाई कोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद को भी १५ वर्ष की सजा सुनाई गई ।
रवीश कुमार की पुस्तक का प्रकाशन, जिसमें ‘लव जिहाद’ को काल्पनिक बताया गया है
कम्युनिस्ट और हिन्दू विरोधी पत्रकार रवीश कुमार ने १६ फरवरी को ‘एक्स’ पर एक तस्वीर प्रसारित की । इसमें उन्होंने ‘लव जिहाद एंड अदर फिक्शन’ नाम की किताब की प्रशंसा की और एक तरह से प्रचार किया कि ‘लव जिहाद’ काल्पनिक है । तारा सहदेव को यह सहन नहीं हुआ और उन्होंने रवीश कुमार को दो टूक उत्तर दे दिया ।
संपादकीय भूमिकाभारत सरकार को लव जिहाद को राष्ट्रीय मुद्दा घोषित करना चाहिए और इस मुद्दे को न मानने वालों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए । यदि ऐसा किया गया तभी लव जिहाद का समर्थन करने वालों को दंड मिलेगा ! |