अबूधाबी के ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थिति !
संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) के अबूधाबी के ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ द्वारा आयोजित किया गया था कार्यक्रम !
( हार्मनी अर्थात एकसंघता)
अबूधाबी – यहां मरुस्थल (रेगिस्तान) में निर्मित एवं पश्चिम एशिया के सबसे बडे ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ का उद्घाटन १४ फरवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की उपस्थिति में संपन्न हुआ ।
The @BAPS Hindu Mandir, Abu Dhabi, UAE opens its doors for devotees! Feel very blessed to be a part of this very sacred moment. Here are some glimpses. pic.twitter.com/29IhN4ZocK
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2024
इस उपलक्ष्य में मंदिर द्वारा १५ फरवरी को आयोजित ‘हार्मनी’ कार्यक्रम में सनातन संस्था की ओर से सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारी वंदनीय श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी की वंदनीय उपस्थित थीं ।। यह मंदिर सभी लोगों को दर्शन के लिए १ मार्च २०२४ से खोला जाएगा ।
सनातन संस्था के ३ गुरुओं के नाम से मंदिर के निर्माणकार्य के लिए ३ ईंटें अर्पण !
जुलाई २०२२ में श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी अनुसंधान के निमित्त संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर थीं । २७ जुलाई २०२२ को श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने ‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ की भेंट कर उसके निर्माणकार्य का ब्योरा लिया था । उस समय उन्होंने सनातन संस्था के गुरुओं के नाम से (सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले, श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी के नाम से) मंदिर के निर्माणकार्य के लिए ३ ईंटें पूजन कर अर्पण की । ‘बी.ए.पी.एस. मंदिर’ के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम ने ईंटों के पूजन की तैयारी की थी एवं उन्होंने मंदिर की जानकारी एवं विशेषताएं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी को विशद की थी ।
‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’के स्थान परउपस्थित बाएं से श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी
बी.ए.पी.एस. (बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था) मंदिर की ओर से उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने के संदर्भ में अधिकृत निमंत्रण
मंदिर के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम ने अक्टूबर २०२३ में मंदिर की ओर से श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी को उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने का निमंत्रण भेजा था ।
मंदिर की विशेषताएं‘बी.ए.पी.एस. हिन्दू मंदिर’ संयुक्त अरब अमीरात का प्रथम हिन्दू मंदिर है एवं कुल २७ एकड भूमि पर इस भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है । इस मंदिर की भीतों पर रामायण, शिव पुराण एवं भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के चित्र चित्रितकिए गए हैं । मंदिर के समीप एक गंगा तट निर्माण किया गया है । गंगा, यमुना एवं सरस्वती नदियों का संगम भी इस मंदिर में दिखाया गया है । इसके साथ ही इस मंदिर में श्री अक्षर पुरुषोत्तम भगवान, श्री राधा-कृष्ण भगवान, प्रभु श्रीराम-सीता, श्री शिव-पार्वती, भगवान जगन्नाथ, भगवान श्रीनिवास-पद्मावतीदेवी एवं भगवान अय्यप्पा स्वामीजी के भी मंदिर हैं । |
मंदिर उद्घाटन के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम में वंदनीय उपस्थिति
मंदिर उद्घाटन के उपलक्ष्य में १५ फरवरी को मंदिर की ओर से ‘हार्मनी’ नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । मंदिर के प्रमुख महंत स्वामी महाराज की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस कार्यक्रम में हिन्दू धर्म के साथ ही मुसलमान, ईसाई, बौद्ध, जैन, ज्यू एवं सिख इन पंथों के गुरु एवं उनके शिष्य उपस्थित थे । इस समय वेटिकन सिटी चर्च के विशेष प्रतिनिधि, साथ ही इजरायल के ज्यू धर्म के विशेष प्रतिनिधि उपस्थित थे ें । इस कार्यक्रम में हरिद्वार के अखाडे के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ‘प्रमुख अतिथि’ के रूप में उपस्थित थे । इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के स्वीय (स्वतंत्र) परामर्शदाता ने किया । स्वामी ब्रह्मविहारीदास महाराज ने स्वागतपर भाषण किया ।
His Holiness Mahant Swami Maharaj performs the consecration ceremony of the murtis and inaugurates the @BAPS Hindu Mandir, Abu Dhabi. pic.twitter.com/kDH7KDc1c2
— BAPS Hindu Mandir (@AbuDhabiMandir) February 15, 2024
बी.ए.पी.एस. (बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण संस्था) मंदिर की ओर से उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने के संदर्भ में अधिकृत निमंत्रण
मंदिर के पदाधिकारी श्री. रवींद्र कदम ने अक्टूबर २०२३ में मंदिर की ओर से श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी को उद्घाटन के कार्यक्रम में उपस्थित रहने का निमंत्रण भेजा था ।