TMC Violence Sandeshkhali : संदेशखाली (बंगाल) में जो कुछ चल रहा है, वह कष्टदायक है ! – कोलकाता उच्च न्यायालय

तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा हिन्दू महिलाओं के यौन शोषण और भूमि हडपने का मामला

संदेशखाली (बंगाल) में आंदोलन करते हुए महिलाएं

कोलकाता (बंगाल) – राज्य के संदेशखाली में जो कुछ हो रहा है, वह कष्टदायक है । बंदूक के धाक पर महिला के साथ यौन अत्याचार होने का चित्रण माध्यमों में दिखाया गया है । यह दुःख की बात है, ऐसा वक्तव्य कोलकाता उच्च न्यायालय ने इस घटना के संदर्भ में दिया । साथही न्यायालय ने इस मामले के संदर्भ में बंगाल सरकार को नोटीस भेजा है । २० फरवरी को इस मामले पर सुनवाई होगी । इसके अतिरिक्त संदेशखाली के बसीरहाट में लागू धारा १४४ हटाने के आदेश भी न्यायालय ने दिए हैं ।

क्या है मामला ?

बंगाल के दक्षिण २४ परगणा जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहान और उसके समर्थकों पर यौन शोषण तथा भूमि हडपने का आरोप किया है । पीछले कुछ दिनों से स्थानीय महिलाएं आंदोलन कर रही हैं । शेख शाहजहान को बंदी बनाने की मांग महिलाओं ने की है । उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के दूसरे नेता शिवप्रसाद हाजरा के खेत और खेतघर में आग लगाई । इस मामले में कोलकाता उच्च न्यायालय ने स्वयं सुनवाई के समय उपरोक्त आदेश दिया ।

इस मामले में भाजपा ने बसीरहाट के पुलिस अधीक्षक हुसेन मेहेदी के विरुद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया है । उन्होंने अधीक्षक के कार्यालय पर निषेधयात्रा निकाली; परंतु यहां धारा १४४ (संचारबंदी) लागू की जाने के कारण भाजपा के कार्यकर्ताओं को मार्ग में ही रोका गया । इस समय हुई भिडंत में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुकांत मजूमदार घायल होने से उन्हें अस्पताल में भरती किया गया है ।

तृणमूल कांग्रेस के गुंडे हिन्दू महिलाओं को लक्ष्य कर रहे हैं ! – केंद्रीय मंत्री स्मृती इराणी

इसके पहले केंद्रीय मंत्री स्मृती इराणी ने इस मामले में आरोप करते समय कहा था कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार पार्टी के गुंडों को सुरक्षा प्रदान कर रही है । संदेशखाली की हिन्दू महिलाओं ने बताया कि तृणमूल के गुंडे घर-घर जाकर ‘कौनसे घर में सुंदर महिला है, युवति है ?’, यह देखते थे । गुंडों द्वारा बताया जा रहा है कि उनके विवाहित होने पर भी ‘अब वे हमारी संपत्ति हैं ।’ ममता बनर्जी हिन्दुओं के हत्याकांड के लिए परिचित हैं । वे अपने दल के पुरुषों को महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार करने दे रही है । देश की जनता यह सब शांति से कैसे देख पाएगी ?

राज्यपाल ने मामले का विवरण मंगवाया !

दूसरी ओर बंगाल के राज्यपाल सी.व्ही. आनंद बोस ने कहा था कि संदेशखाली की परिस्थिति अत्यंत भयप्रद और चौंका देनेवाली है । बोस जब संदेशखाली पहुंचे, तब तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने हाथ में फलक लेकर उनके विरुद्ध प्रदर्शन किए । बोस ने संदेशखाली के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से ब्योरा मंगवाया है ।

(और इनकी सुनिए…) ‘कोई अनुचित घटना घटी नहीं है !’ – पुलिस का दावा

संदेशखाली घटना के संदर्भ में बंगाल पुलिस का कहना है कि वहां की परिस्थिति शांतिपूर्ण है । वहां कोई अनुचित घटना नहीं घटी है । हम किसी को भी कानून और सुव्यवस्था बिगाडने नहीं देंगे । कानून का उल्लंघन करनेवालों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी ।

पीछले महीने में शेख शाहजहान के कार्यकर्ताओं ने प्रवर्तन निदेशालय के (ईडी के) पथक पर किया था आक्रमण !

५ जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के (ईडी के) पथक ने तृणमूल के नेता शेख शाहजहान के घर पर छापा मारा था । छापा मारने जाते समय तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने इस पथक पर आक्रमण किया था । इसमें ३ अधिकारी घायल हुए थे । तब से शाहाजहान फरार चल रहा है । उसपर राज्य में कोरोना काल में हुए सहस्रो करोड रुपयों के राशन घोटाले का आरोप है ।

संपादकीय भूमिका 

उच्च न्यायालय को ऐसा कहना पडता है, इससे बंगाल की कानून और सुव्यवस्था की स्थिति ध्यान में आती है ! राज्य सरकार विसर्जित कर वहां राष्ट्रपति शासन लाकर हिन्दुओं की तथा देश की रक्षा करना अनिवार्य हो गया है !