Francois Gautier : अल्पसंख्यक मुसलमान कभी नहीं कहते, ‘गैरमुसलमान हमारे शत्रु हैं ।’
प्रसिद्ध फ्रेंच पत्रकार फ्रान्सुआ गोतिए ने वीडियो प्रसारित कर षड्यंत्री धर्मांधों का स्वरूप किया उजागर !
नई देहली – फ्रेंच पत्रकार फ्रान्सुआ गोतिए ने वक्तव्य देते हुए कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र जैसी पाश्चात्य संस्थाएं जिहादी आतंकवादियों का पक्ष २ कारणों से लेती हैं । प्रथम कारण है, ‘तकिया’ । उसके अनुसार जब मुस्लिमों के प्राणों को संकट होता है, तब उनके मन की मूल संकल्पना, विचार अथवा इच्छा उनको बतानी नहीं चाहिए । कुरान में ‘तकिया’ नामक संकल्पना का उल्लेख है एवं इसके अनुसार कृति करना पाप नहीं है । इस कारण अल्पसंख्यक रहते हुए मुस्लिम लोग ‘गैर मुसलमान हमारे शत्रु हैं’, ऐसा कभी नहीं बोलते ।’ उन्होंने इस संदर्भ में यूट्यूब पर एक वीडियो प्रसारित किया है । कुछ दिन पूर्व ही इस संदर्भ की जानकारी उन्होंने ‘सनातन प्रभात’ को दी ।
(सौजन्य : Francois Gautier)
१. इस वीडियो में गोतिए आगे कहते हैं, ‘दुसरा कारण ऐसा है कि पाश्चात्य लोगों के साथ जिहादी मुसलमान अत्यंत आदरपूर्वक व्यवहार करते हैं । उनका अतिथि-सम्मान करते हैं । यह प्रयास हिन्दुओं के संदर्भ में नहीं होता । जिहादियों के इस कृत्य के कारण पाश्चात्य संस्थाएं उनके पक्ष में बोलती हैं । एक फ्रेंच पत्रकार के रूप में मैं नब्बे के दशक में कश्मीर में था, तब मैंने इसका अच्छा अनुभव किया है ।
२. गोतिए ने ये दोनों संकल्पनाएं बताने के पीछे की पृष्ठभूमि कही । उन्होंने कहा, ‘हमास के आतंकवादी इजरायली लोगों को क्रूरतापूर्वक प्रताडित करते हैं, तो भी आरंभ में इसी कारण से संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य पाश्चात्य संस्थाएं हमास का पक्ष लेती थीं ।’