राष्ट्रध्वज की अवमानना रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रशासन को ज्ञापन सौंपा !

  • उत्तर भारत में हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ अभियान

  • वाराणसी में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा !

वाराणसी में जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – राष्ट्रध्वज राष्ट्र की अस्मिता है ! २६ जनवरी और १५ अगस्त को अभिमान के साथ राष्ट्रध्वज फहराया जाता है; परंतु उसी दिन ही कागज के अथवा प्लास्टिक के राष्ट्र्रध्वज सडकों, कचरे और नालों में अनेक दिनों तक दिखाई देते हैं । केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया गया है; परंतु अब दुकानों में तथा इ-कॉमर्स वेबसाइट पर तिरंगे के रंग के मास्क, टी-शर्ट एवं अन्य उत्पादन का विक्रय हो रहा है । ‘तिरंगा मास्क’ एवं अन्य उत्पाद देशप्रेम के प्रदर्शन का माध्यम नहीं है, अपितु ध्वजसंहिता के अनुसार ‘राष्ट्रध्वज का इस प्रकार से उपयोग करना’ ध्वज का अपमान ही है । यह ‘राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम १९७१’ का उल्लंघन है । इसलिए ‘तिरंगा मास्क’, टी-शर्ट एवं अन्य उत्पाद का विक्रय व उपयोग करनेवालों पर अपराध प्रविष्ट किए जाएं । साथ ही कहीं भी प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज का उत्पादन और बिक्री हो रही हो, तो संबंधित उत्पादकों पर तत्काल कार्यवाही की जाए, ऐसी मांग लेकर आज हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से वाराणसी, सैदपुर, मुजफ्फरपुर तथा गया में प्रशासन को ज्ञापन दिया गया । उसी के साथ गया के कुछ विद्यालयों में भी राष्ट्रध्वज का अपमान न रोकने के लिए प्रधानाचार्य को ज्ञापन दिया गया । समस्तीपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों को राष्ट्रध्वज का सम्मान करने के लिए भी प्रबोधन किया गया ।

राजस्थान में विभिन्न विद्यालयों में प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा !

प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपते हुए कार्यकर्ता

सोजत (पाली, राजस्थान) – तिरंगा को हाथ में लिए देशभक्त एवं क्रांतिकारियों ने स्वंत्रता के लिए अत्याचार सहन किए, बलिदान दिया ।

विद्यालयों में भी राष्ट्रध्वज का अपमान न रोकने के लिए तथा विद्यार्थियों में राष्ट्रीय प्रतीक तिरंगा के प्रति प्रेम एवं भक्ति की जागृति हो इसलिए यहां के लोटस पब्लिक स्कूल के श्रीमान शशांक टाक, बिडला इंटरनेशनल स्कूल की श्रीमती आशा राजपुरोहित को ज्ञापन सौंपा गया ।

इस समय हिन्दू जनजागृति समिति की अर्चना लड्ढा, समाज सेवी महेश सोनी, सनातन संस्था के दीपक लड्ढा, स्थानीय अध्यापक तरुण गोयल, कविता जांगिड एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।