उत्तर भारत में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान को उत्स्फूर्त प्रतिसाद !
अयोध्या में श्रीराम मंदिर में हुए श्रीराममूर्ति प्राणप्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सनातन संस्था द्वारा पूरे देश में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान किया गया । मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में यह अभियान संपन्न हुआ । इस अभियान के अंतर्गत श्रीराम का जप, श्रीराम से रामराज्य (हिन्दू राष्ट्र) हेतु प्रार्थना, रामरक्षास्तोत्र का पाठ किया गया । साथ ही उपस्थित लोगों को प्रभु श्रीराम की विशेषताएं बताई गईं ।
मध्य प्रदेश
भोपाल (मध्य प्रदेश) – यहां के श्रीराम मंदिर, छत्रसाल नगर में १५ से २१ जनवरी २०२४ तक श्रीराम नामसंकीर्तन सप्ताह का आयोजन किया गया । इस सप्ताह में श्री. गिरीश आगरकर ने प्रतिदिन श्रीराम नामसंकीर्तन के साथ उनके चरित्र के अनेक पहलुओं के बारे में बताकर उन्हें स्वयं में किस प्रकार आत्मसात कर सकते हैं, यह बताया । कार्यक्रम के लिए मंदिर के अध्यक्ष श्री. शिवनारायण शर्मा, पुजारी श्री. हरिप्रसाद शर्मा, श्रद्धालु श्री. राकेश तिवारी, श्री. सी.पी. सिंह का योगदान रहा ।
यहां के सागर लेक व्यू सोसाइटी में २१ जनवरी को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु प्रतिज्ञा ली गई । अधिवक्ता गजानन डबलीजी के सहयोग से यह कार्यक्रम हुआ ।
अभिमत
१. श्री. राकेश तिवारी – सभी को श्रीरामजी के गुणों की, श्रीरामरक्षा स्तोत्र की तथा हिंदुराष्ट्र की प्रेरक जानकारी मिली ।
२. श्री. एस.आर. बिलवार एवं डॉ. के.पी. सिंह बुंदेला – भविष्य में ऐसे आयोजन अवश्य करें ।
ग्वालियर (मध्य प्रदेश) – लश्कर, महाराजा बाडा, स्थित दत्त मंदिर में सामूहिक नामसंकीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें श्रीमती वैदेही पेठकर द्वारा ‘नामजप का महत्त्व’ विषय पर उद्बोधन किया गया । साथ ही लश्कर के मधुवन अपार्टमेंट में नामसंकीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया । श्री. विवेक पेठकर ने प्रतिज्ञा एवं सामूहिक जय घोष किया जिससे वातावरण राममय हो गया था ।
यहां के ए.बी. रोड स्थित श्री गजानन मंदिर में प्रभु श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा शुभ अवसर पर नाम फेरी का आयोजन किया गया था । इस समय ५० भक्तजन उपस्थित थे ।
अभिमत
१. श्री. सौरभ गोयल – मौसम थंडा (२ – ३ डिग्री) तापमान होकर भी सनातन संस्था के साधक समय से उपस्थित रहते हैं । इस बात से मुझे सीखने को मिलता है और मैं भी वैसे करने का प्रयत्न करता हूं ।
इंदौर (मध्य प्रदेश) – यहां के तुलसी नगर स्थित सरस्वती मंदिर में मंदिर अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह के सहकार्य से राममंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम निर्विघ्न संपन्न हो एवं रामराज्य की स्थापना हो । इस उद्देश्य से राम नामसंकीर्तन एवं सामूहिक प्रार्थना हुई । इसमें रामजी के नामजप का महत्त्व और रामजी के गुणों के बारे में श्रीमती मतंगी तिवारी ने बताया । साथ ही रा.स्व. संघ की महिला शाखा में राम नाम का महत्त्व बताकर कारसेवकों की मुक्ति हेतु प्रार्थना ली । इस कार्यक्रम के लिए श्रीमती कीर्ति खोलापुरे एवं श्रीमती शारदा सिंह का सहकार्य मिला ।
जबलपुर (मध्य प्रदेश) – नूतन मराठी विद्यालय, जबलपुर में नामसंकीर्तन का आयोजन श्रीमती संजना गणोरकर के द्वारा किया गया । स्कूल में ५० बच्चों की एवं १० शिक्षकों की उपस्थिति तथा महाराष्ट्र शिक्षा मंडल समिति के सदस्यों की भी उपस्थिति थी ।
महाराष्ट्र शिक्षा मंडल समिति के अध्यक्ष श्री. प्रदीप फाटक, उपाध्यक्ष श्री. दिलीप कुंभोजकर तथा अनिल राजूरकर एवं मनोज चौधरी का सहयोग प्राप्त हुआ ।
राजस्थान
हुनगांव (पाली, राजस्थान) – यहां के श्याम मंदिर के प्रांगण में श्री. दीपक लड्ढा ने राम नाम-संकीर्तन का आयोजन किया एवं भक्तों को श्रीरामजी की विशेषताएं बताई ।
अंत में उपस्थित धर्मप्रेमियों को राष्ट्र-धर्म की पत्रिका ‘सनातन प्रभात’ के श्रीराम मंदिर विशेषांक का वितरण किया गया ।
यहां के शामिल होकर मंदिर संस्था के गिरिधर वैष्णव, जय प्रकाश वैष्णव ने सनातन संस्था के आकाशदीप एवं श्रीराम की नामजप पट्टियों से मंदिर को सजाया ।
सोजत (पाली, राजस्थान) – अयोध्या में हो रहे श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठापना के उपलक्ष्य में १९ जनवरी को सनातन संस्था के सेवक अर्चना लड्ढा एवं दीपक लड्ढा ने यहां के सेजल माता मंदिर के प्रांगण में राम नामसंकीर्तन का आयोजन किया एवं भक्तों के साथ मिलकर दीयों से मंदिर सजाया ।
आयोजन में दुर्गा वाहिनी खंड संयोजिका निमिषा वैष्णव, रजनी वैष्णव उनका परिवार, धर्मप्रेमी लीला देवी, विद्यालयों के छात्र-छात्राएं इत्यादि छोटे से लेकर बडे स्थानीय भक्त उपस्थित थे ।
उत्तर प्रदेश
नोएडा (दिल्ली) – यहां के न्यू अशोक नगर के बी-ब्लॉक व नोएडा के सेक्टर २२ आई ब्लॉक के पार्क में रामनाम संकीर्तन हुआ और राम नाम की पट्टियां वितरित की गईं । ग्रंथ एवं वस्तु प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका लाभ २०० लोगों ने लिया ।
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां के विविध जिलों के मंदिर जैसे अयोध्या, वाराणसी, भदोही, सैदपुर, जौनपुर तथा बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, गया, सोनपुर, बेगुसराय के मंदिर में श्रीराम नामसंकीर्तन किया गया । श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में ‘ऑनलाइन’ सत्संग के माध्यम से श्रीरामजी की गुण-विशेषताएं बताई गईं तथा श्रीरामजी का नामजप किया गया । साथ ही उत्तर प्रदेश के भदोही, सैदपुर, नटवा तथा बिहार के पटना, छपरा, दरभंगा, सोनपुर में मंदिरों की स्वच्छता की गई । श्रीरामजी के विषय में श्रद्धालुओं को अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी मिले इस उद्देश्य से सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ-प्रदर्शनी भी लगाई गई । श्रीरामजी के नामजप की पट्टियां तथा उनके सात्त्विक चित्रों का भी वितरण श्रीराम भक्तों में किया गया । ‘सनातन संस्था की ओर से हम भी धर्माचरण कर रामराज्य की प्रजा के समान सात्त्विक बनें’, ऐसे आवाहन भी किया गया ।
अयोध्या (उत्तर प्रदेश) – सनातन संस्था की ओर से अयोध्या में ‘राम की पैडी’ में सुप्रसिद्ध श्री नागेश्वर नाथ मंदिर के निकट ग्रंथ-प्रदर्शनी २६ जनवरी से १० फरवरी की कालावधि में लगाई गई थी । अयोध्या में श्रीराम के दर्शन के लिए बडी मात्रा में भक्तजण आते थे । वे इस ग्रंथ-प्रदर्शनी का लाभ ले रहे थे ।
इस ग्रंथ-प्रदर्शनी में सनातन संस्था के विविध विषयों के ग्रंथ, श्रीराम का लघुग्रंथ तथा श्रीराम के सात्त्विक चित्र एवं लॉकेट के साथ सनातन संस्था के विविध प्रकार के सात्त्विक उत्पाद भी इसमें थे ।