President Droupadi Murmu : अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण की आकांक्षा इस वर्ष पूर्ण हुई ! – राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को किया संबोधित
नई देहली – शतकों से अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण की आकांक्षा थी, जो इस वर्ष पूर्ण हुई है । अंग्रेजों के समय के कानून अब इतिहास में समा गए हैं । सरकार ने तीन तलाक की गंदी प्रथा बंद करने के लिए कठोर कानूनी प्रावधान किए हैं, ऐसा वक्तव्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया । संसद के अर्थसंकल्पीय अधिवेशन के प्रारंभ में लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह वक्तव्य किया ।
LIVE: President Droupadi Murmu addresses both Houses of the Parliament https://t.co/GD44fxAiHf
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2024
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि,
वर्ष २०२३ में भारत ने ऐतिहासिक काम किए । ‘चंद्रयान-३’ की सफलता, श्रीराममंदिर के निर्माण का स्वप्न पूर्ण होना, महिला आरक्षण कानून होना, एशियाई खेल प्रतिस्पर्धा के इतिहास में सर्वाधिक पदक मिलना आदि महत्वपूर्ण काम हमने किए। राष्ट्रपति द्वारा श्रीराममंदिर का उल्लेख करते ही उपस्थित सांसदों ने टेबल पर हाथ पटक कर उनका अभिनंदन किया ।
पिछले 10 वर्ष में, भारत ने राष्ट्र-हित में ऐसे अनेक कार्यों को पूरा होते हुए देखा है जिनका इंतजार देश के लोगों को दशकों से था। pic.twitter.com/DXyQxEdfuG
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President Droupadi Murmu addresses the joint session of the Parliament.
The aspiration to construct the #AyodhyaRamMandir has been fulfilled this year ! – President
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू#BudgetSession2024pic.twitter.com/bdx4PBZr0a
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 31, 2024
विघ्न निर्माण करनेवालों पर कोई ध्यान नहीं देता ! – प्रधानमंत्रीअधिवेशन के पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने सभागृह के बाहर मीडिया से बात की । उन्होंने कहा, “जिसे जो मार्ग सूझा, उसने संसद में उस ढंग से काम किया । संसद सदस्य के रूप में स्वयं के कार्यकाल में क्या किया, इसका प्रत्येक आत्मपरीक्षण करेगा, ऐसी मैं आशा करता हूं ।
जो कोई सकारात्मक योगदान देगा, वह सभी के स्मरण में रहेगा; लेकिन जो विघ्न लाते हैं, वह शायद ही किसी के ध्यान में रहेगा । यह अधिवेशन अर्थात (विघ्न लाने वालों को) पश्चाताप करने का और सकारात्मक कदम उठाने का अवसर है । यह अवसर न गंवाएं ।” |