स्वामी करपात्रीजी के विचारों पर चलकर ही रामराज्य संभव
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प्रतापगढ़ – ७५ वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति के तत्वाधान में धर्म एवं राष्ट्र रक्षा गोष्ठी का आयोजन जनपद मुख्यालय के कलेक्ट्रेट स्थित अधिवक्ता शक्तिपीठ कार्यालय पर किया गया । गोष्ठी में जनपद सहित प्रदेश के अनेकों बुद्धिजीवियों ने अपने धर्म तथा राष्ट्र के प्रति स्वामी करपात्रीजी महाराज के विचारों पर चर्चा की ।
गोष्ठी का आरंभ स्वामी करपात्रीजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेयजी “अनिरुद्ध रामानुज दास” ने कहा कि सत्य के शोध के लिए स्वयं कार्य कर समाज को दिशा देनेवाले करपात्रीजी स्वामी हम सभी के लिए अत्यंत पूजनीय हैं । उनके नेतृत्व में वर्ष १९६६ गोपाष्टमी के दिन आरंभ हुआ गोरक्षा आंदोलन भारतीय इतिहास का सबसे बडा आंदोलन कहा जा सकता है । उन्होंने आगे कहा कि रामराज्य की परिकल्पना करते हुए स्वामी करपात्री जी ने नहीं दरिद्र कोऊ दुखी न दीना जैसी बड़ी बात की है । ‘धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो ।’ यह उनका घोष आज भी हिन्दुओं को प्रेरणा देता है । उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन की नींव रखने वाले भी धर्म सम्राट स्वामी करपात्रीजी महाराज ही थे । श्री रामानुज दास ने जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति द्वारा स्वामी करपात्रीजी महाराज की प्रतिमा अनावरण हेतु अनेकों शुभकामनाएं दी ।
वरिष्ठ साहित्यकार राजन शुक्ल जी ने काव्य के माध्यम से ७५ वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्र को नमन किया तथा कहा कि स्वामी करपात्रीजी के आदर्शों पर चलकर ही रामराज्य की कल्पना साकार होगी । शिक्षाविद तथा प्रबंधक श्री अनिल प्रताप त्रिपाठी “प्रवात” ने कहा कि जांबाज हिंदुस्तानी ने गणतंत्र दिवस पर स्वामी करपात्रीजी की प्रतिमा का अनावरण करके रामराज्य के सिद्धांतों पर चलने का एक बड़ा कार्य किया है । साथ ही उन्होंने जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति की प्रयागराज से अयोध्या तक मांसाहार मुक्त मार्ग करने की मांग का पुरजोर समर्थन किया । वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुरेश संभव, शेष नारायण दुबे “व्योम”, प्रेम कुमार त्रिपाठी आदि ने काव्य के माध्यम से धर्म सम्राट स्वामी करपात्रीजी के विचारों को साझा किया । प्रतापगढ़ के वरिष्ठ समाजसेवी हेमंत नंदन ओझा ने स्वामी करपात्रीजी महाराज के विचारों को रामराज्य की स्थापना हेतु महत्वपूर्ण बताया तथा जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति को पूरा सहयोग देने की बात की । प्रयागराज के वरिष्ठ समाजसेवी एवं वरिष्ठ संपादक ओ. पी. राजपाल ने कहा कि जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति के प्रयास अनुकरणीय हैं तथा हम सभी को ऐसे प्रयासों में सहभागी होना चाहिए । वरिष्ठ साहित्यकार श्री संगम लाल त्रिपाठी भंवर ने कहा कि राम मंदिर की स्थापना से संपूर्ण देश में सनातन धर्म की प्रसिद्धि बढ़ी है तथा स्वामी करपात्रीजी के रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का ये उपयुक्त समय है ।
लखनऊ से आई एस ई डी सी के निदेशक श्री ललित शर्मा ने जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति के राष्ट्र एवं धर्मपरक कार्यों की अत्याधिक प्रशंसा की तथा यथासंभव सहयोग देने की बात की । लखनऊ से पधारे माधव संघ के गोरक्षा पीठ के प्रचारक एवं पूर्व विधायक विद्याशंकर पांडेय के पुत्र श्री अरुण पांडेय ने स्वामी करपात्रीजी के जीवन से संबंधित अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि भारत संतों की भूमि है तथा संतों के बताए सन्मार्ग पर चलकर ही रामराज्य की कल्पना साकार हो सकती है । वरिष्ठ समाजसेवी तथा लोक भारती के प्रतिनिधि कैप्टन सुभाष ओझा ने कहा कि धर्म सम्राट की उपाधि प्राप्त स्वामी करपात्रीजी की प्रतिमा का अनावरण कर जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति ने उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है । नारीशक्ति के रूप में प्रतापगढ़ की कवयित्री कल्पना तिवारी ने काव्य के माध्यम से राष्ट्र तथा धर्म संबंधी विचारों को रखते हुए सभी को रामराज्य स्थापना की दिशा में मिलकर प्रयास करने की बात की ।
गोष्ठी को समाजसेवी इ. विशालनाथ तिवारी, लक्ष्मीकांत पांडेय, अशोक सिंह, सज्जन तिवारी “सरकार “, सूर्यनारायण शुक्ल “पंडा” सहित अन्य बुद्धिजीवियों ने भी संबोधित किया । जांबाज़ हिंदुस्तानी सेवा समिति के संरक्षक एडवोकेट आनंद प्रचंड “मिश्र” ने इस अवसर पर आए हुए समस्त अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शीघ्र ही जांबाज हिंदुस्तानी की टीम, धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेयजी “अनिरुद्ध रामदास” सहित अन्य बुद्धिजीवियों को साथ लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथजी को प्रयागराज से अयोध्या तक के मार्ग को मांसाहार मुक्त करने हेतु ज्ञापन सौंपेगी। जांबाज़ हिंदुस्तानी सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक आजाद ने कहा कि शीघ्र ही प्रयागराज से अयोध्या तक समिति द्वारा धर्मसम्राट स्वामी करपात्रीजी महाराज की प्रतिमा लेकर धर्म यात्रा का आयोजन किया जाएगा । गोष्ठी का संचालन समिति के उपाध्यक्ष आलोक तिवारी ने किया । आए हुए समस्त अतिथियों का स्वागत युवा समाजसेवी एवं अधिवक्ता गौरव प्रचंड ने किया ।
आज हुई गोष्ठी को सफल बनाने में प्रमुख रूप से महामंत्री डी. के. शर्मा, महामंत्री प्रवीण उपाध्याय “पंकज”, अमन प्रचंड, हिमांशु सिंह, विशाल राणा, सुनील मिश्र, शिवम श्रीवास्तव, गौरव शर्मा, मनोज शर्मा, अधिवक्ता धीरज मिश्र सहित अन्य समिति के सदस्यों का योगदान रहा ।