मंदिर गिराकर बनाई गई ‘ढाई दिन का झोपडा’ नाम की मस्जिद पुन: हिन्दुओं के सुपुर्द करें ! – भाजपा के सांसद रामचरण बोहरा
राजस्थान में जयपुर से भाजपा के सांसद रामचरण बोहरा की मांग
अजमेर (राजस्थान) – अजमेर में ‘ढाई दिन का झोपडा’ नाम की मस्जिद, यह पहले मंदिर होने के कारण इसे हिन्दुओं को सौंपने की मांग जोर पकडने लगी है । भाजपा सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि, इस स्थान पर पुनः एक बार संस्कृत मंत्रों की ध्वनि गूंजेगी । इसी विषय में उन्होंने पर्यटन तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी को पत्र लिखकर यह स्थान हिन्दुओं को लौटने की मांग की है ।
१. ‘ढाई दिन का झोपडा’ मस्जिद, मूल रूप से सरस्वती कंठभरत महाविद्यालय थी, जो श्री सरस्वतीदेवी को समर्पित थी । वहां मंदिर भी था । वर्ष ११९२ में मोहम्मद गोरी ने महाराज पृथ्वीराज चौहान को पराजित कर अजमेर पर अधिकार कर लिया ।
२. इसके उपरांत गोरी ने उसके गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक को शहर के सभी मंदिर नष्ट करने का आदेश दिया । साथ ही उसने शहर में उन्हीं स्थानों पर ६० घंटे के भीतर मस्जिद निर्माण का भी आदेश दिया था । संस्कृत महाविद्यालय के स्थान पर ढाई दिनों में मस्जिद का निर्माण पूर्ण होने के कारण इस मस्जिद को ‘ढाई दिन का झोपडा’ कहा जाता है ।
३. बोहरा ने पत्र में कहा है कि वर्तमान में वहां खडी वास्तु, भारतीय समाज पर लगा हुआ कलंक है । इसलिए उस वास्तु उसके मूल स्वरूप में वापस लाना महत्वपूर्ण है ।
संपादकीय भूमिका
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