राममंदिर में गूंजेगी दक्षिण भारत की घंटा !

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राममंदिर का निर्माणकार्य पूर्ण होने को है । अयोध्या के राममंदिर में १०८ घंटा लगाई जाएंगी तथा इसके लिए तमिलनाडु के नमक्कल जिले के ‘श्री अंदल मोल्डिंग वर्क्स’ को ये घंटा बनाने का कार्य सौंपा गया है । पिछले महिने इस मंदिर में लगनेवाली कुल ४८ घंटा नमक्कल में बनी हैं । इन घंटाओं के संबंध में ‘श्री अंदल मोल्डिंग वर्क्स’ के श्री. के. राजेंद्रन् द्वारा दी जानकारी यहां दे रहे हैं । श्री. राजेंद्रन् बेंगळूरु (कर्नाटक) के व्यापारी हैं । उनकी पिछली ७ पीढियां मंदिर के लिए घंटा बनाने का काम कर रही हैं । श्री. राजेंद्रन् द्वारा बनाई घंटा मलेशिया, सिंगापुर एवं ब्रिटेन सहित अन्य देशों में भी भेजी जाती हैं ।

राममंदिर के लिए बनाई गई घंटा

घंटा में उपयोग की जानेवाली धातु

श्री. के. राजेंद्रन् ने बताया, ‘‘एक माह पूर्व हमें ७० किलो वजन की ५ घंटा, ६० किलो वजन की तथा २५ किलो वजन की १-१ घंटा, ऐसी कुल १२ घंटा तथा ३६ छोटी घंटा बनाने की मांग मिली । नवंबर २०२३ में घंटा बनवाने हतेु हमसे संपर्क किया गया था, उसके उपरांत हमें उक्त मांग मिली । अब तक जो घंटा बनी हैं, उसके लिए ५ लोगों ने दिन-रात परिश्रम किया है । घंटा बनाने हेतु तांबा, चांदी एवं जस्ता, इन धातुओं का उपयोग किया गया है । इन घंटाओं में हमने इरोम का उपयोग नहीं किया । हमारे पास न्यूनतम समय में घंटा बनाने के लिए प्रौद्योगिकी (तकनीक) उपलब्ध है ।’’

घंटा बनाकर उन्हें समय रहते भेज पाना बहुत आनंददायक !

श्री. के. राजेंद्रन् ने यह भी कहा, ‘‘राममंदिर के लिए आवश्यक सभी घंटा हम नमक्कल जिले के सबसे बडे मंदिर, श्री हनुमान मंदिर में बना रहे हैं । इन घंटाओं के बनने के उपरांत उन्हें अंजनेयार मंदिर में रखा जाएगा । उसके उपरांत इन घंटाओं की शोभायात्रा निकालकर वहां से उन्हें बेंगळूरु के मार्ग से अयोध्या भेजा जाएगा ।

हमें राममंदिर के लिए घंटा बनाने का अवसर मिलना तथा उन्हें समय रहते भेज पाना, हमारे लिए बहुत आनंददायक है ।’’ – श्री. के. राजेंद्रन्, बेंगळूरु (कर्नाटक)