RJD MLA On Temple : (और इनकी सुनिए…) ‘मंदिर अर्थात मानसिक दासता (गुलामी) का मार्ग !’ – राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह
बिहार की सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने लगाया फलक !
पाटलीपुत्र (बिहार) – बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर पार्टी के नेता एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालु प्रसाद यादव एवं उनकी पत्नी राबडी देवी के घर के बाहर फलक लगाया है । इसमें श्रीराममंदिर के उद्घाटन पर परोक्ष आलोचना करते हुए लिखा गया है कि मंदिर मानसिक दासता का मार्ग है । साथ ही इस फलक पर लालु प्रसाद यादव, राबडी देवी, उनके पुत्र, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के छायाचित्र हैं । इसके अतिरिक्त भगवान बुद्ध, सम्राट अशोक के चित्र एवं सावित्रीबाई फुले तथा अन्य लोगों के छायाचित्र हैं ।
Objectionable poster erected in #Bihar by the ruling Rashtriya Janata Dal’s MLA.
‘Temples are a path to mental slavery’ – MLA Fateh Bahadur Singh.
👉 Such demeaning remarks are passed either by those who are ignorant of the importance of temples, or by those who express an… pic.twitter.com/u8jRzZEbfH
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 1, 2024
इस फलक पर लिखा गया है कि मंदिर का अर्थ मानसिक दासता का मार्ग है तथा विद्यालय का अर्थ है विश्व में प्रकाश का मार्ग । जब मंदिर में घंटी बजती है, तब हमें संदेश मिलता है कि हम अंधश्रद्धा, पाखंड, मूर्खता तथा अज्ञान की ओर अग्रसर हो रहे हैं; परंतु विद्यालय की घंटी बजने पर संदेश मिलता है कि हम सर्वांग ज्ञान एवं वैज्ञानिक प्रकाश की ओर बढ रहे हैं । अब आप लोग निश्चित करें कि आपको किस दिशा में अग्रसर होना है ।
संपादकीय भूमिकामंदिरों का महत्त्व न समझनेवाले नहीं, अपितु मंदिरों के प्रति द्वेष रखनेवाले भी इस प्रकार के वक्तव्य देते हैं ! ऐसे लोगों पर सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न होने से वे निरंतर ऐसे वक्तव्य दे कर हिन्दू धर्म का अपमान करते रहते हैं ! यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र में परिवर्तित की जाएगी ! |