RSS Hijab Ban : साहस हो, तो हिजाब पर लगाया प्रतिबंध हटाकर दिखाएं !
रा.स्व. संघ के नेता कल्लाडका प्रभाकर भट द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या को चुनौति !
(हिजाब, मुसलमान महिलाओं द्वारा सिर और गरदन ढंकने के लिए उपयोग में लानेका एक वस्त्र है ।)
मंड्या (कर्नाटक) – कांग्रेस सरकार ‘हिजाब वापस लाएंगे’ (हिजाब पर लगाया प्रतिबंध हटाएंगे), ऐसा कह रही है । सरकार विद्यालयीन बच्चों में फिरसे पृथकतावाद का बीज बोने का प्रयत्न कर रही है । आप ही ने गणवेष बनाया और इसमें आप ही विभाजन कर है हैं । आप में साहस हो, तो फिर से विद्यालयों में हिजाब लाकर दिखाएं, ऐसी चुनौति रा.स्व. संघ के नेता कल्लाडका प्रभाकर भट ने यहां के श्रीरंगपट्टण् में आयोजित एक कार्यक्रम में दी । राज्य की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने शिक्षा संस्थानों में हिजाब पर लगाए प्रतिबंध को हटाने के संदर्भ में वक्तव्य दिया था । इसी को लेकर भट ने यह चुनौति दी ।
महाविद्यालय में जाने की अपेक्षा मुस्कान घर अथवा मस्जिद में ‘अल्लाहू अकबर’ (अल्ला महान है) कहती रहे !
मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने हिजाब पर लगाए प्रतिबंध को हटाने संबंधी दिए वक्तव्य के उपरांत मुस्कान नामक मुसलमान युवति ने कहा था कि, ‘मैं फिर से महाविद्यालय में सिखने जाऊंगी ।’ हिजाब पर प्रतिबंध लगाया जाने पर मुस्कान ने उसके महाविद्यालय के प्रांगण में ही ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगाते हुए इसका विरोध किया था । इसका वीडियो बडी मात्रा में प्रसारित होने पर उसे प्रसिद्धी मिली थी । मुस्कान के वक्तव्य पर कल्लाडका प्रभाकर भट ने इस समय कहा कि, मुस्कान तुम घर में अथवा मस्जिद में अल्लाहू अकबर रटती रहो । इस देश में अब रामनाम ही लेना होगा । अल्लाहू अकबर कहना होगा, तो तुम लोग इस्लामी देश में चले जाओ । मुस्कान की प्रशंसा करनेवाला अल् कायदा नामक आतंकवादी संगठन का सदस्य था । मुस्कान भी अल् कायदा से संबंधित है । साहस हो, तो मुस्कान महाविद्यालय में जाकर दिखाएं ।
भारत को इस्लामी देश बनाने के लिए मुसलमान यहां आए !
कल्लाडका प्रभाकर भट ने आगे कहा कि इस देश को इस्लामी देश बनाने के लिए मुसलमान यहां आए । गझनी के समय से ही हत्या, अनाचार, डकैती आदि हुए हैं । पाकिस्तान ने कश्मीर लेने पर नेहरू और कांग्रेस ने इस देश के साथ धोखा किया । मनमोहन सिंह ने घोषणा की थी कि, ‘इस देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है ।’
भट के विरूद्ध अपराध प्रविष्ट
मंड्या की सामाजिक कार्यकर्ता नजमा नजीर ने किए परिवाद के उपरांत कल्लाडका प्रभाकर भट के विरूद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है । आपत्तिजनक वक्तव्य देकर समाज में धार्मिक तनाव उत्पन्न करने का उनपर आरोप लगाया गया है । (भट ने जो विचार प्रस्तुत किए, उसमें आपत्तिजनक क्या है ? हिन्दुत्वनिष्ठों के विरूद्ध मुसलमानों ने परिवाद प्रविष्ट करने पर तत्काल हिन्दुओं पर अपराध प्रविष्ट करनेवाली पुलिस, यही तत्परता दंगा करवानेवाले धर्मांध मुसलमानों के संदर्भ में दिखाती नहीं, यह समझ लें ! – संपादक)