कांग्रेस के विधायक ने की मैसूर हवाई अड्डे को टीपू सुल्तान का नाम देने की मांग !

भाजपा का विरोध

बेंगलुरू (कर्नाटक) – कांग्रेस के एक विधायक द्वारा कर्नाटक के हवाई अड्डों को नए नाम देने का प्रस्तुत किया प्रस्ताव सभी की सहमति से पारित हुआ है । इस प्रस्ताव में मैसूर के हवाई अड्डे का नाम ‘टीपू सुल्तान हवाई अड्डा’ किया जाएगा । इसका भाजपा ने विरोध किया है । हुब्बल्ली के हवाई अड्डे का नाम क्रांतिकारी संगोली रायन्ना, बेलगावी हवाई अड्डे का नाम कित्तूर रानी चेन्नमा, शिवमोग्गा हवाई अड्डे का नाम डॉ. के.व्ही पुट्टप्पा हवाई अड्डा रखने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया । इसके उपरांत हुब्बल्ली के कांग्रेस विधायक प्रसाद अब्बय्या ने मैसूर हवाई अड्डे का नाम टीपू सुल्तान हवाई अड्डा करने का प्रस्ताव रखा ।

(सौजन्य : Republic World) 

शौचालयों को टीपू सुल्तान का नाम देना चाहिए ! – भाजपा विधायक बसनगौडा पाटील यत्नाळ

बसनगौडा पाटील यत्नाळ

भाजपा विधायक बसनगौडा पाटील यत्नाळ ने कहा कि मैसूर हवाई अड्डे को नालवडी कृष्णराज वाडियार का नाम दिया जाए । मंदिर ध्वस्त करनेवाले टीपू सुल्तान का नाम शौचालयों को देना चाहिए, हवाई अड्डे को नहीं ।

(और इनकी सुनिए…) ‘टीपू सुल्तान मुसलमान होने से उसे महत्त्व नहीं मिलता !’ – अभिनेता अहिंसा चेतन

टीपू सुल्तान मुसलमान था तथा उसने एक ही दिन में १ लाख हिन्दुओं का धर्मांतरण किया, सहस्रो हिन्दुओं की हत्या की, साथही हिन्दुओं के मंदिर गिराए । इसीलिए हिन्दू उसके नाम से कुछ भी करने का आज तक विरोध करते आ रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे !

अभिनेता अहिंसा चेतन

अभिनेता अहिंसा चेतन द्वारा सामाजिक माध्यमों में प्रसारित संदेश में कहा है कि, ‘टीपू सुल्तान ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण व्यक्तिरेखा है । टीपू सुल्तान का जन्म से मुसलमान होना आज की मान्यता को अस्वीकार है । दुर्भाग्यवश व्यक्ति का जन्म जिस समुदाय में हुआ है, उस समुदाय को उस व्यक्ति की सामाजिक देन से अधिक महत्त्व दिया जा रहा है । विधायक यत्नाळ ने ‘शौचालयों को टीपू का नाम दें’, ऐसा कहा है । शौचालय एक बार स्वच्छ कर सकते है; परंतु विधायक यत्नाळ के मन में जाति, धर्म के प्रति जो विष है, वह कभी स्वच्छ नहीं किया जा सकता ।’ इसी के साथ उन्होंने टिप्पणी की है कि, ‘कर्नाटक के इतिहास के नगण्य व्यक्ति केंपेगौडा (विजयनगर साम्राज्य के एक सरदार केंपेगौडा ने वर्ष १५३७ में बेंगलुरू का निर्माण किया) को गुलामी करनेवाली जाति के दबाव गुट के कारण प्रसिद्ध व्यक्ति के रुप में प्रतिबिंबित किया जा रहा है; परंतु वस्तुतः एक ऐतिहासिक वीर योद्धा (टीपू सुल्तान) ने मुसलमान परिवार में जन्म लिया, इसलिए उसे स्वीकार नहीं किया जाता ।’

संपादकीय भूमिका 

कांग्रेस को मत देकर सत्ता में लानेवाले कर्नाटक के हिन्दुओं को क्या यह स्वीकार है ?