आगामी १५ दिनों में हलाल उत्पाद दुकानों से वापस लें !

  • उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा ९२ प्रतिष्ठानों को आदेश !

  • थोक (होलसेल) एवं फुटकर (रिटेल) विक्रेताओं को भी हलाल उत्पाद हटाने के आदेश

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तरप्रदेश सरकार ने हलाल उत्पाद एवं उन्हें दिए जानेवाले प्रमाणपत्रों पर प्रतिबंध लगाने के पश्चात १५ दिनों में थोक एवं फुटकर विक्रेताओं ने उनके पास जो भी हलाल उत्पाद हैं, उन्हें हटाने का आदेश दिया है । इसके साथ ही हलाल प्रमाणपत्र लेकर वस्तुओं की बिक्री करनेवाले ९२ आस्थापनों को सूचना दी है कि ‘उन्होंने जिन दुकानों बेचा है, उनसे वह माल वापस लेकर उस पर हलाल प्रमाणपत्र का जिन पर उल्लेख न हो, उन वेष्टनों से पुन: बेचा जाए ।’ने के लिए कहा है ।

उत्तरप्रदेश में अब तक ३ सहस्र किलो हलाल उत्पाद जप्त

इससे पूर्व भी राज्य के अन्न सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने हलाल उत्पादों में मिलावट होने की संभावना को देखते हुए उनके नमूने जांचने के लिए प्रयोगशालाओं में भेजे हैं । इस विभाग की आयुक्त अनिता सिंह ने कहा कि अब तक राज्य में ९२ स्थानों पर छापा डालने के साथ ही ५०० स्थानों पर जांच की गई है । ऐसा अनुमान है कि इसमें ३ सहस्र किलो हलाल उत्पाद जप्त किया गया है । इसका मूल्य ७-८ लाख रुपये है । इसमें शक्कर, तेल और बेकरी उत्पादों का भी समावेश है । इसके साथ ही ८१ नमूने प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं ।

संपूर्ण देश में हलाल प्रमाणपत्र देनेवाली ७०० से ८०० अनधिकृत संस्थाएं !

इसप्रकार सरकार से बिना मान्यता प्राप्त इतनी भारी संख्या में हलाल प्रमाणपत्र देनेवाली संस्थाओं के कार्यरत होने तक केंद्र एवं राज्य स्तर पर प्रशासन सो रहा है क्या ?

हलाल मांस के विषय में आयुक्त अनिता सिंह ने कहा कि हलाल मांस और उनसे संबंधित उत्पादों को प्रमाणपत्र देने के लिए देशभर में केवल ३ प्रतिष्ठान अधिकृत है । इसमें से एक लक्ष्मणपुरी में हैं । वर्तमान में संपूर्ण देश में ७०० से ८०० ऐसी संस्थाएं हैं, जो हलाल प्रमाणपत्र दे रही है । इन सभी संस्थाओं पर उत्तरप्रदेश में प्रतिबंध लगा दिया गया है ।

संपादकीय भूमिका 

देशविरोधी एवं हिन्दू धर्मविरोधी बातों पर कार्रवाई कर, उसे कैसे समूल नष्ट करना है, इसका आदर्श उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस प्रकरण से हिन्दुओं के सामने रखा है । ऐसे ही शासनकर्ताओं की हिन्दुओं को आवश्यकता है, ऐसे यदि हिन्दुओं को लगता है तो इसमें गलत क्या है ?