मुंबई में धर्मांध एवं निरंकुश मुसलमानों के विरुद्ध सहस्त्रों हिन्दू सडकों पर उतर आए !
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मुंबई, २५ नवंबर (समाचार) – डोंगरी परिसर में २४ नवंबर की रात्रि को हिन्दू समुदाय के सहस्त्रों लोग कट्टरपंथी एवं उग्र मुसलमानों के विरुद्ध सडकों पर उतर आए, जब कानून को न मानने वाले मुसलमान देर रात्रि तक तीव्र डी.जे. की ध्वनि बजाते हुए फेरी निकाल रहे थे । इस प्रकरण में वी.पी. मार्ग तथा जे.जे. मार्ग पुलिस थाने में आरोप प्रविष्ट किए गए हैं ।
डोंगरी में रहमान शाह बाबा के दरगाह में उर्स के अवसर पर गत ४ दिनों से इस परिसर में मुसलमानों द्वारा नियमित संध्याकाल में फेरियां (जुलूस) निकाली जा रही हैं । इस फेरी (जुलूस) को किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी गई है । ये फेरियां (जुलूस) रात्रि ११ बजे से ११.३० बजे तक निकाली जाती हैं । ये फेरियां (जुलूस) बिना अनुमति के भिंडी बाजार-डोंगरी से डेकन मार्ग तक निकाली जा रही हैं । डी.जे. लगाने पर लगी बंदी को ठुकराते हुए फेरी (जुलूस) में कर्ण कर्कश ध्वनि में डी.जे. बजाया जा रहा है । इस नियमित उपद्रव के विरुद्ध सहस्त्रों हिन्दू यहां गोल मंदिर के समीप एकत्र हुए तथा वी.पी. मार्ग एवं जे.जे. मार्ग पुलिस थाने में आरोप प्रविष्ट कराए गए । मुंबई के विभिन्न भागों से विभिन्न हिन्दू समर्थक संगठनों के हिन्दू स्वतःस्फूर्त से एकत्रित हुए थे ।
कट्टरपंथियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !
शोभायात्रा में कर्ण कर्कश डीजे बजाने के प्रकरण में हिन्दुओं की मांग के उपरांत पुलिस ने २५ नवंबर की सुबह ११ बजे जे. जे. थाने में ध्वनि प्रदूषण का प्रकरण प्रविष्ट किया ।
संपूर्ण हिन्दू समाज की ओर से महाआरती !
मुसलमानों की कट्टरता के विरुद्ध २५ नवंबर की शाम को कुंभारवाडी के श्री नागेश्वर महादेव गोल मंदिर में मुंबई उपनगर के संरक्षक मंत्री मंगल प्रभात लोढा की उपस्थिति में पूरे हिन्दू समुदाय की ओर से महा आरती की गई । इस अवसर पर विभिन्न हिन्दू संगठनों के सैकडों हिन्दू उपस्थित थे ।
परिवाद (शिकायत) के उपरांत पुलिस नहीं करती कार्रवाई ! – सुनील सावंत, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद
पिछले ४ दिनों से उरूसा फेरी (जुलूस) के कारण स्थानीय नागरिक अत्यंत त्रस्त हो गए हैं । इस फेरी (जुलूस) में इतनी तीव्र ध्वनि वाले डीजे थे कि कान के परदे फट जाएं ! स्थानीय थाने में परिवाद करने के उपरांत भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की । इस विषय में राजनीतिक दल भी चुप हैं । यह प्रकरण उरूस तक ही सीमित नहीं है । मुसलमान भिन्न-भिन्न प्रकार से हिन्दुओं का लाभ उठा रहे हैं । इसे कभी तो रोकना ही होगा ।
उर्स के नाम पर कट्टरपंथियों का उन्माद एवं पुलिस की दिखावटी भूमिका !ऐसी कर्तव्यहीन पुलिस को लापरवाही करने के लिए सरकार को तुरंत निलंबित कर देना चाहिए, जो इतने स्पष्ट दिखाई दे रहे अपराध को भी नहीं रोक सकती ! यदि हिन्दुओं ने ऐसे अनधिकृत फेरी (जुलूस) निकाली होती, तो क्या पुलिस की ऐसी ही भूमिका रहती ? इससे सिद्ध होता है कि इन कट्टरपंथियों से पुलिस डरती है ! फेरी (जुलूस) निकालते समय उस स्थान पर पुलिस का पहरा भी रखा गया; किंतु अनधिकृत फेरी (जुलूस) तथा डी.जे. के अवैध उपयोग करने पर भी पुलिस केवल देखती रही । बिना किसी अनुमति के स्थानीय दरगाहों के उरूस के अवसर पर फेरी (जुलूस) निकालना तथा कर्ण कर्कश ध्वनि में डी.जे. बजाना सम्मिलित है । मुंबई के भिन्न-भिन्न भागों में ऐसी कृतियां हो रही ही हैं । इन फेरियों (जुलूसों) को पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जाता है; किंतु पुलिस इस अवैध पद्धति के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रही है । |
बिना अनुमति के कोई फेरी (जुलूस) नहीं निकलने दी जाएगी ! – पुलिस का आश्वासन
इसके विरुद्ध जुटे सहस्त्रों हिन्दुओं के आरोप के उपरांत, ‘बिना अनुमति फेरी (जुलूस) नहीं निकालने दी जाएगी तथा इसमें डी.जे. भी नहीं बजेगा.’ पुलिस ने हिन्दुओं को यह आश्वासन दिया है ।
संपादकीय भूमिकाकट्टरपंथी मुसलमान अनधिकृत फेरियां (जुलूस) निकालकर हिन्दुओं को त्रास दे रहे हैं ! ध्यान दें कि जब हिन्दू मस्जिदों के सामने से फेरियां निकलते हैं, तब ये कट्टरपंथी हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं ! |