Dublin Riots : शरणार्थी मुसलमान के आक्रमण के कारण डबलिन में हिंसा !

  • यूरोप में बढते शरणार्थी विरोध का आयरलैंड में प्रदर्शन !

  • शरणार्थी द्वारा किए चाकू के आक्रमण में ३ छोटे बच्चों सहित एक महिला घायल !

छोटे बच्चों पर आक्रमण की घटना के विरोध में हिंसा

डबलिन (आयरलैंड) – २३ नवंबर की दोपहर एक विद्यालय के बाहर छोटे बच्चों पर आक्रमण की घटना के विरोध में हिंसा हुई । लगभग २०० लोगों की हिंसक भीड द्वारा किए गए इस आक्रमण में १३ दुकानों को आग लगा दी । कट्टर राष्ट्रवादी समूह ने की इस हिंसा में पुलिस के ११ वाहन, ३ बसें और १ ट्राम को भी आग लगा दी । इस समय एक पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गया । इस प्रकरण में ३४ लोगों को बंदी बनाया गया है ।

(सौजन्य : Sky News) 

१. २३ नवंबर की दोपहर ‘सिटी सेंटर प्राइमरी स्कूल’, इस विद्यालय के बाहर एक शरणार्थी मुसलमान ने ३ बच्चों पर चाकू से आक्रमण किया । इस आक्रमण में एक महिला और पुरुष भी घायल हो गये । इस आक्रमण से लोगों में क्रोध भडक गया । ‘डबलिन शहर में सुरक्षा व्यवस्था ही नहीं’, ऐसा आरोप करते हुए भीड ने हिंसा की ।

२. ‘वामपंथी विचारधारा के संगठन गलत प्रचार कर रहे हैं और अफवाह फैला रहे हैं’, ऐसा आरोप पुलिस ने किया है ।

३. इस हिंसा का वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हुआ है । एक वीडियो में प्रदर्शन करने वाले लोगों ने ‘इन दुष्टों द्वारा (शरणार्थियों द्वारा) आयरिश लोगों पर आक्रमण किए जा रहे हैं’, ऐसी रोष युक्त प्रतिक्रिया व्यक्त की ।

यह हिंसा राष्ट्रप्रेम से नहीं, तो द्वेष से की गई ! – प्रधानमंत्री लिओ वराडकर

आयरलैंड के प्रधानमंत्री लिओ वराडकर ने इस हिंसा का निषेध करते हुए ‘इस हिंसा के कारण आयरलैंड की गर्दन लज्जा से झुक गई है’, ऐसा कहा है । उन्होंने कहा कि यह हिंसा राष्ट्रप्रेम से नहीं, तो द्वेष भावना से की गई है । हिंसा करने वालों की प्रधानता बच्चों की रक्षा करने की अपेक्षा दुकानें लूटना थी ।

संपादकीय भूमिका

लाखों शरणार्थी मुसलमानों के कारण यूरोप में धन-संपत्ति का लाभ वहां की स्थानीय जनता को होते हुए नहीं दिखता । इस कारण वहां के लोग अब त्रस्त हो गए हैं । इसी कारण नीदरलैंड में कट्टर शरणार्थी विरोधी व्यक्ति प्रधानमंत्री हो रहे है । हंगरी, स्वीडेन, फिनलैंड और इटली में पहले से ही कट्टर राष्ट्रवादी दलों की सत्ता होने के कारण अगला क्रमांक आयरलैंड का लगे, तो इसमें आश्चर्य न हो !