पकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान पर आक्रमण करने की अप्रत्यक्ष धमकी
पाकिस्तान में कार्यवाहियां करनेवाले आतंकवादी संगठनों पर कार्यवाही करने को तालिबान ने नकारा !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) इस आतंकवादी संगठन की ओर से पाकिस्तान में निरंतर आतंकवादी आक्रमण किए जा रहे हैं । इसमें पाकिस्तान की भारी मात्रा में हानि हो रही है । पाकिस्तान ने इस संगठन पर कार्यवाही करने के लिए अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से मांग भी की है; परंतु तालिबान ने उत्तर दिया है कि, ‘यह संगठन हमारे देश में नहीं, किंतु आप के देश में ही कार्यरत है, आप ही उसपर कार्यवाही करें ।’ इससे आक्रोशित होकर पाकिस्तान ने तालिबान को उसपर आक्रमण करने की अप्रत्यक्ष धमकी दी है । ‘तालिबान हमारी ‘क्षमता’ को जानता है’, ऐसे शब्दों में पाकिस्तान ने धमकी दी है ।
१. टीटीपी पर कार्यवाही करने के लिए तालिबान पर दबाव उत्पन्न हो, इसलिए पाकिस्तान ने उनके देश में आए १७ लाख शरणार्थियों को देश छोडने का आदेश दिया है ।
२. पाकिस्तान ने तालिबान से टीटीपी के ठिकानों की जानकारी देकर कार्यवाही करने को कहा था । इसपर तालिबान ने यह कहकर कार्यवाही की मांग को अस्वीकार किया कि टीटीपी पाकिस्तान का अंतर्गत प्रश्न है और वह अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के पहले से है ।
३. पाकिस्तान ने पीछले वर्ष अफगानिस्तान में घुसकर टीटीपी के कुछ ठिकानों पर आक्रमण किया था । तालिबान ने इसका विरोध किया था ।
४. पाकिस्तान के अस्थायी प्रधानमंत्री काकर ने कहा कि अगस्त २०२१ में अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने पर पाकिस्तान में आतंकवादी आक्रमणों में ६० प्रतिशत वृद्धि हुई है । साथही आत्मघाती आक्रमणों में ५०० प्रतिशत वृद्धि हुई है ।