धर्मशास्त्र को समझकर जीवन में उतारें और आनंद लें ! – आनंद जाखोटिया, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक
अजमेर में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा धर्मप्रसार
अजमेर (राजस्थान) – ‘आजकल त्योहारों के पीछे जो धर्मशास्त्र है, वह हम भूल रहे हैं । इस कारण त्योहारों का मूल स्वरूप नष्ट होकर केवल मनोरंजन के लिए त्योहार, ऐसा स्वरूप आज देखने मिल रहा है । नवरात्रि में शक्ति की उपासना से अधिक डांडिया के इवेंट को महत्त्व दिया जा रहा है । दीपावली भी आजकल पटाखे और मिठाई के लिए जानी जाने लगी है । इसलिए शास्त्र समझना, आनेवाली पीढी को बताना और धर्मशास्त्र के अनुसार त्योहार मनाना, यह काल की आवश्यकता है’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया ।
इस समय श्री. भंवर सिंह राठौड ने समिति द्वारा बनाए गए धर्मशिक्षा फलक की जानकारी उपस्थित लोगों को दी । यह कार्यक्रम यहां शास्त्री कॉलनी स्थित श्री सोमनाथ धाम मंदिर में हुआ, जिसमें अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे । कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में मंदिर के महंत श्री श्री १००८ योगी गोवर्धननाथ महाराज की वंदनीय उपस्थिति थी ।
श्री. आनंद जाखोटिया ने नित्य जीवन में धर्माचरण के लिए हम क्या प्रयास कर सकते हैं, इसके विषय में बताया । उन्होंने कहा कि ‘जन्मदिन भारतीय तिथि के दिन दीप जलाकर मनाना चाहिए । हिन्दू होने के नाते हमें प्रतिदिन कुमकुम लगाकर उसका आध्यात्मिक लाभ भी लेना चाहिए । मंदिरों की पवित्रता बनी रहने के लिए दर्शनार्थियों को दर्शन कैसे लेना है, इसका शास्त्र पता चले, इस उद्देश्य से समिति द्वारा धर्मशिक्षा फलक के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं । इसमें सभी अपना सहभाग दे सकते हैं ।’
इस समय राष्ट्रीय बजरंग दल के शहर विभागप्रमुख पंडित किसन शर्मा, अजमेर विभाग महामंत्री अधिवक्ता श्री. विजय शर्मा, सहमंत्री श्री. मुकेश वैष्णव उपस्थित थे ।
महापराक्रमी योद्धाओं से सीखें धर्माचरण का महत्त्व ! – आनंद जाखोटिया
अजमेर (राजस्थान) – ‘महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज आदि महापराक्रमी योद्धाओं ने भी एकलिंगजी व भवानी माता की उपासना की । दैवी शक्ति का जीवन में क्या महत्त्व है, यह वे जानते थे । उसी प्रकार आज हिन्दू होने के नाते हमें भी धर्माचरण करना आवश्यक है’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया । वे यहां के राजपूत छात्रावास में छात्रों के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे । इस समय श्री. भंवर सिंह राठौड ने उपस्थित लोगों को फ्लेक्स प्रदर्शनी के माध्यम से धर्मशिक्षा की जानकारी दी । इस आयोजन में श्री राजपूत छात्रावास के श्री. सुकर सिंह शेखावत, श्री. महावीर सिंह गौड, श्री. भेरू सिंह राठौड व श्री. नरेंद्र सिंह राठौड ने सहयोग दिया ।
श्री. जाखोटिया ने आगे बताया कि ‘ऋषि-मुनियों ने हमें जो धर्माचरण की सीख दी, उसपर शोध हो रहे हैं । वैज्ञानिक परीक्षणों में धर्माचरण का सकारात्मक लाभ ध्यान में आ रहा है । आज की तनावपूर्ण परिस्थिति में हमें भी अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए तथा सकारात्मक रहने के लिए साधना करनी चाहिए ।’