इजराइल ने वेस्ट बैंक की अल-अंसार मस्जिद पर किया आक्रमण !
हमास ने मस्जिद को बनाया था केंद्र !
तेल अविव (इजराइल) – इजराइल ने वेस्ट बैंक के जेनिन भाग में स्थित अल-अंसार मस्जिद पर हवाई आक्रमण किया । इसराइल डिफेंस फोर्सेस ने ट्वीट कर यह जानकारी दी । इसमें कहा है कि गुप्तचरों ने हमें बताया कि हमास के सैनिकों ने मस्जिद को कमांड सेंटर बनाया है । वह यहीं से आक्रमण करने की योजना बनाते रहते हैं ।
इजराइल ने एक दिवस पूर्व वेस्ट बैंक के निर्वासितों की छावनी पर भी हवाई आक्रमण किया । इजरायल की सेना ने २१ अक्टूबर की देर रात वेस्ट बैंक पर आक्रमण किया । युद्ध चालू होने से लेकर अभी तक ६७० फिलिस्तीनियों को अनेक भागों से बंदी बनाया है जिनमें से ४५० फिलिस्तीनियों के हमास से संबंधित होने की बात बताई जा रही है ।
The IDF & ISA just conducted an aerial strike on a Hamas and Islamic Jihad terrorist compound in the Al-Ansar Mosque in Jenin.
Recent IDF intel revealed that the Mosque was used as a command center to plan and execute terrorist attacks against civilians. pic.twitter.com/gQfyv6wUAV
— Israel Defense Forces (@IDF) October 22, 2023
भारत द्वारा गाजा में भेजी सहायता सामग्री !
नई देहली – भारत ने फिलिस्तीन के लिए लगभग ६ सहस्र ५०० किलो की स्वास्थ्य सहायता और ३२ सहस्र किलो आवश्यक वस्तुएं भेजी हैं । ‘यह भारत की जनता द्वारा फिलिस्तीन को दी हुई भेंट है’ ऐसा इन सामानों की पेटियों पर लिखा है । यह सामान इजिप्ट की राफा सीमा से गाजा ले जाया जाएगा । जिसमें अनेक आवश्यक दवाएं, शस्त्रकर्म उपकरण, तंबू, सोने के लिए तकिया, पानी शुद्ध करने की गोलियां और अन्य आवश्यक वस्तुएं हैं ।
🇮🇳 sends Humanitarian aid to the people of 🇵🇸!
An IAF C-17 flight carrying nearly 6.5 tonnes of medical aid and 32 tonnes of disaster relief material for the people of Palestine departs for El-Arish airport in Egypt.
The material includes essential life-saving medicines,… pic.twitter.com/28XI6992Ph
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 22, 2023
संपादकीय भूमिकामस्जिद का प्रयोग किस लिए किया जाता है, यह पुन: एक बार स्पष्ट हुआ ! इजराइल ने आतंकवादियों को मारने के लिए सीधे मस्जिद पर आक्रमण किया । भारत ने यदि मस्जिद में रहकर आतंकवादी कार्यवाहियां करने वालों पर ऐसी कृति की, तो भारत के तथाकथित निर्धर्मीवादी और आधुनिकतावादी इसे स्वीकार करेंगे क्या ? |