जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए निवासी प्रमाण पत्र बनाने वाला गिरोह बंदी बनाया गया !

विवाह के लिए १ लाख रुपये में क्रय की जा रही हैं, रोहिंग्या महिलाएं !

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्या घुसपैठियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि होती जा रही है । वे वर्ष २०१२ से यहां घुसपैठ कर रहे हैं । राज्य में अब तक ८ सहस्त्र रोहिंग्या घुसपैठ कर चुके हैं । म्यांमार की एक महिला को निवासी प्रमाण पत्र देने का प्रकरण उजागर होने के उपरांत रोहिंग्याओं को लेकर कई सूत्र सामने आ रहे हैं । म्यानमार की रहने वाली अनवरा,  कश्मीर निवासी एक युवक से विवाह कर कई वर्षों से राज्य में रह रही थी । वर्ष २०२० में उसने निवासी प्रमाण पत्र प्राप्त किया । पुलिस ने महिला के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण प्रविष्ट कर लिया है । प्रारंभिक अन्वेषण के उपरांत प्रमाण पत्र देने वाली महिला कर्मचारी, षड्यंत्र की सूत्रधार एवं प्रमाण पत्र प्रसारित करने वाले अधिकारी के विरुद्ध भी आपराधिक प्रकरण प्रविष्ट किया गया है ।

जब निवासी प्रमाण पत्र दिखाने वाले आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि उनकी टोली तस्करी से लाई गई रोहिंग्या महिलाओं का विवाह, कश्मीर के वृद्ध , विकलांग और गरीब लोगों से कराती है । इन महिलाओं को २० सहस्त्र से १ लाख रुपए तक में क्रय किया जाता है ।

रोहिंग्याओं के विरुद्ध अभियान जारी !

केंद्र सरकार ने रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान के लिए मार्च २०२१ में एक अभियान चलाया था । उसके अंतर्गत बायोमेट्रिक और अन्य जांच के उपरांत ३०० घुसपैठियों को जम्मू के हीरानगर कारागार में बने अस्थायी केंद्र में रखा गया है। इस केंद्र में कई बार पुलिस और बंदियों के बीच झडप हो चुकी है। रोहिंग्या केंद्र से रिहाई या म्यांमार वापसी की मांग कर रहे हैं।

देश में रोहिंग्याओं की जनसंख्या १८ सहस्त्र है !

गृह मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के प्रमाणानुसार कहा है कि दिसंबर २०२१ तक भारत में १८,९९९ रोहिंग्या मुसलमान हैं । अधिकांश रोहिंग्या मुसलमान जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एन.सी.आर), राजस्थान, मणिपुर और भाग्यनगर में रह रहे हैं ।

संपादकीय भूमिका 

देश के घुसपैठिए रोहिंग्या मुसलमानों को कब निष्कासित करेंगे ? यदि पाकिस्तान ११ लाख अफगानियों को निकाल रहा है, तो भारत कब लेगा कठोर कदम ?