हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के अध्यक्ष पर अनशन पर बैठने के कारण प्रविष्ट किया गया आत्महत्या के प्रयत्न का अपराध !
कर्नाटक के कांग्रेस सरकार का दमनतंत्र !
बेंगलुरू (कर्नाटक) – हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन ‘राष्ट्र रक्षणा पडे’ के अध्यक्ष पुनीत केरेहल्ली के विरुद्ध पुलिस ने विभिन्न पुलिस थानों में आत्महत्या का प्रयत्न और कानून-सुव्यवस्था में बाधा निर्माण करना, ऐसे अपराध प्रविष्ट किए हैं । गुंडा कानून के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट किए जाने से केरेहल्ली पर जब वे इडिपेंडेंस पार्क में अनशन पर बैठे थे, तब यह कार्यवाही की गई । पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक चिकित्सालयमें भर्ती किया । पुलिस ने बताया कि, ‘केरेहल्ली अनशन के लिए बैठे, इसलिए उनपर आत्महत्या का अपराध प्रविष्ट किया हैे’ । ७ अक्टूबर को हिन्दू संगठनों तथा भाजपा के कार्यकर्ताओं के सामने पुनीत केरेहल्ली ने कथित वक्तव्य दिया था कि, ‘सरकारी बस में आग लगाऊंगा और विधानसभा पर पथराव करूंगा’, इसलिए उनपर गुंडा कानून के अंतर्गत प्रविष्ट किया गया था ।
इसके पहले भी केरेहल्ली के विरुद्ध ऐसा ही अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया गया था । उस समय कर्नाटक उच्च न्यायालय ने यह कहते हुए उन्हें छोड देने का आदेश किया था कि, ‘गुंडा कानून के अंतर्गत बंदी बनाने के लिए पर्याप्त प्रमाण (सबूत) नहीं हैं ।’
संपादकीय भूमिकाक्या चुनाव में कांग्रेस सरकार को मत देनेवाले हिन्दुओं को यह स्वीकार है ? |