देवताओं के चित्र फाड दिए, देश-विरोधी घोषणाएं करने को बाध्य किया !

झांसी के हिन्दू छात्रों पर कश्मीरी मुस्लिम छात्रों द्वारा अत्याचार !

झांसी (उत्तर प्रदेश) – यहां बरुआसागर नवोदय विद्यालय के २० हिन्दू छात्र कश्मीर के राजौरी नवोदय विद्यालय में पढने गए थे । वहां उनकी पिटाई की गई । तब बरुआसागर नवोदय विद्यालय के कश्मीरी मुस्लिम छात्रों पर वहां के स्थानीय छात्रों ने आक्रमण कर मारपीट की । साथ ही राजौरी के छात्रों को वापस बुलाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया । तदुपरांत दोनों ओर के छात्रों को अपने मूल स्थान पर वापस भेजा गया । राजौरी गए झांसी के छात्र यहां वापस आने के उपरांत उन्होंने बताया, ‘राजौरी में उन पर किस प्रकार अत्याचार किए गए ?’ वहां के काश्मीरी छात्रों ने इन हिन्दू छात्रों को भारत-विरोधी घोषणाएं करने को बाध्य किया, देवताओं के चित्र फाड डाले, ऐसी जानकारी दी है ।

जूठे बर्तन मांजने को बाध्य किया !

दीपक कुमार नामक छात्र ने जानकारी देते हुए कहा, ‘यहां के कश्मीरी छात्र छोटी-छोटी बातों से कष्ट देते थे । हमें घेरकर देश-विरोधी घोषणा करने के लिए बाध्य किया जाता था । यदि घोषणा न की , तो वे हमें पीटते थे । इतना ही नहीं, अपितु जूठे बर्तन मांजने को बाध्य करते थे । इस विषय में शिक्षकों को निवेदन देने पर वे भी सुनते नहीं थे । हमने परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी है; क्योंकि इससे वे दुःखी होंगे ।’

कलाई पर धागा बांधने से हाथ तोड दिया !

विपुल कुमार ने कहा, ‘छात्रावास के अपने कक्ष में देवताओं के चित्र लगाने पर उन्हें फाड दिया गया । मेरे सहपाठी ऋतिक ने कलाई पर लाल धागा बांधा था, वह पुनः धागा न बांधे, इसलिए उसकी कलाई पर मारकर अस्थि भंग (फ्रैक्चर) कर दिया गया ।’

संपादकीय भूमिका 

कश्मीर के मुसलमान छात्रों की यह हिन्दुद्वेषी एवं भारत-विरोधी मानसिकता को देखते हुए, कश्मीर का जिहादी आतंकवाद आने वाले अनेक वर्षों तक समाप्त नहीं होगा, यही स्पष्ट होता है ! इसका समाधान निकालने के लिए सरकार को कश्मीर के विकास के साथ वहां की जिहादी मानसिकता नष्ट करने के भी प्रयास करने पडेंगे !