कानपुर (उत्तर प्रदेश) में सरकारी कार्यालय की धारिकाएं (फाईल्स) स्वच्छता कर्मचारियों ने रद्दी में बेच दीं !

मिले हुए पैसों से किया मद्यपान !  

कानपुर (उत्तर प्रदेश) – यहां समाज कल्याण विभाग के मोहन एवं रमेश नामक स्वच्छता कर्मचारी गत ३ माह से विभाग के पंजीयन (रेकार्ड की) धारिकाएं (फाईल्स) रद्दी की दुकान में जाकर बेचते और मिले हुए पैसों से मद्यपान कर रहे थे । जानकारी मिली है कि उन्होंने गत ६ वर्षों की धारिकाएं बेच डाली हैं । इन दोनों पर अब कार्रवाई की जाएगी ।

यह घटना पंजीकृत धारिकाओं की जांच (रिकॉर्ड संरक्षित) करते समय सामने आई । इस विषय में इन दोनों कर्मचारियों से पूछताछ किए जाने पर उन्होंने अपराध स्वीकार लिया । तदुपरांत जिस कबाडीवाले को वे धारिकाएं बेची गईं थीं, वहां पूछताछ करने पर इस वर्ष की धारिकाएं मिल गईं; परंतु गत कुछ वर्षों की नहीं मिलीं ।

संपादकीय भूमिका 

स्वच्छता कर्मचारियों के ऐसा करते समय वरिष्ठ अधिकारी और सुरक्षारक्षक क्या सो रहे थे ?