सात्त्विक उत्पादों से संबंधित सेवाओं के लिए साधकों की तुरंत आवश्यकता !

देवद (पनवेल) स्थित सनातन के आश्रम में सेवा का सुनहरा अवसर !

‘देवद (पनवेल) के सनातन के आश्रम में सात्त्विक उत्पादों के संदर्भ में बडे स्तर पर सेवाएं उपलब्ध हैं । साबुन, त्रिफला चूर्ण, दंतमंजन, उबटन, इत्र, कर्पूर, कुमकुम, अष्टगंध इत्यादि सात्त्विक उत्पाद बाहर से बनवाए जाते हैं तथा उसके उपरांत उनकी पैकिंग देवद आश्रम में की जाती है । ‘मिलनेवाली सामग्री का वजन करना, बक्से तथा बोरियां उठाना, बोरियों का वजन करना, सामग्री लाना-ले जाना’ इत्यादि सेवा करने की शारीरिक क्षमता रखनेवाले अथवा इससे संबंधित संगणकीय सेवा करनेवाले साधकों की आवश्यकता है । ‘सभी उत्पादों का अध्ययन करना, उत्पादों की गुणवत्ता जांचना, उत्पादन प्रक्रिया में आनेवाली समस्याओं का समाधान करना’ इत्यादि सेवाओं के लिए इस विषय के जानकार साधकों की आवश्यकता है ।
ये सेवाएं करने के इच्छुक साधक आवश्यकता के अनुसार देवद आश्रम आ सकते हैं । साधक पूर्णकालीन आश्रम में रहकर अथवा आश्रम में आ-जा कर भी ये सेवाएं कर सकते हैं ।
सेवा करने के इच्छुक साधक इस विषय में जिलासेवक को सूचित करें । जिलासेवक आगे दी गई सारणी के अनुसार जानकारी भरकर भेजें ।

नाम एवं संपर्क क्रमांक : श्रीमती भाग्यश्री सावंत (7058885610)

संगणकीय पता : sanatan.sanstha2025@gmail.com

डाक पता : श्रीमती भाग्यश्री सावंत, द्वारा ‘सनातन आश्रम’, २४/बी, रामनाथी, बांदिवडे, फोंडा, गोवा – ४०३४०१.’

– श्री. वीरेंद्र मराठे, प्रबंधकीय न्यासी, सनातन संस्था. (३०.८.२०२३)

साधना के विषय में महत्त्वपूर्ण सूत्र

  •  साधक के मन पर परिपूर्ण सेवा करने का संस्कार होने पर उसकी साधना का समय व्यर्थ नहीं होता !
  • साधना कृतज्ञतापूर्वक करनी चाहिए । निरंतर भगवान को नमस्कार कर उनके चरणों में अक्षरशः गिडगिडाएंगे, तो वे मार्ग दिखाते ही हैं !
  • पदार्थ में यदि नमक न हो, तो भोजन का कोई अर्थ नहीं ; वैसे ही जीवन में यदि भगवान न हों, तो जीवन का कोई अर्थ नहीं ।

– श्रीसत्‌शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळ