तमिलनाडु में श्री गणेशमूर्ति की कुछ पाठशालाओं में प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने ताले लगाए !
|
चेन्नई (तमिलनाडु) – तमिलनाडु की द्रमुक दल की (द्रविड मुन्नेत्र कडघम) सरकार ने राज्य में श्री गणेश चतुर्थी के अवसर पर जहां श्री गणेशजी की मूर्तियां बनाई जा रही थीं, उनमें से कुछ स्थानों पर ताले लगाना आरंभ कर दिया है । श्री गणेश चतुर्थी ३ दिनों के उपरांत है, ऐसे में इस प्रकार से कार्रवाई की जा रही है, इसलिए हिन्दुओं ने क्रोध प्रकट किया है । राज्य के करूर में सुंगागेट क्षेत्र के राज्य के प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मूर्ति बानाने के स्थान बंद कर दिए हैं । ‘यहां प्रदूषण हो रहा है’, ऐसा कहते हुए यह कार्रवाई की गई है । प्रदूषण मंडल ने राजस्व (महसूल) विभाग एवं पुलिस के साथ यहां अचानक सर्वेक्षण कर ये स्थान बंद कर दिए हैं । अनुमानत: यहां ४०० गणेश मूर्तियां थी । मंडल ने कहा कि ये मूर्तियां प्लास्टर ऑफ पैरिस से निर्मित की गई हैं, ऐसा परिवाद मिलने पर यह कार्रवाई की गई है । सामाजिक माध्यमों से इस कार्रवाई का वीडियो प्रसारित हो रहा है । सामाजिक माध्यमों द्वारा इस घटना का विरोध भी किया जा रहा है ।
4 days ahead of Ganesh Chaturthi, Pollution Control Board in Tamil Nadu seals idol-making unit of Hindu artisans in Karurhttps://t.co/qK0V8AcO4C
— OpIndia.com (@OpIndia_com) September 15, 2023
भाजपा के कार्यकर्ता की मूर्तिशाला को भी ताले लगाए थे !
कुछ दिन पूर्व तेनकासी में एक मूर्तिशाला पर छापेमारी कर उसके मालिक भाजपा के कार्यकर्ता पर अपराध प्रविष्ट किया गया था । ये मूर्तियां प्लॉस्टर ऑफ पैरिस की हैं, ऐसा आरोप लगाया गया था । इस समय एक मूर्तिकार ने कहा, ये मूर्तियां गलनेवाली मिट्टी से बनाई गई हैं; ऐसा कहने के उपरांत भी कार्रवाई की गई थी ।
‘मूर्ति से प्रदूषण नहीं होता है’, ऐसा कहने पर भी कार्रवाई
मूर्ति बनानेवाले एक मूर्तिकार का वीडियो प्रसारित हुआ है, जिसमें वह कह रहा है कि हम पिछले १० वर्षों से मूर्तियां बना रहे हैं । इस के लिए जो सामग्री चयन करते हैं, वह पानी में गल (विलीन) जाती है । हम जिन रंगों का प्रयोग करते हैं, वे नैसर्गिक हैं एवं उनमें पानी के रंग हैं । उनमें किसी भी रसायन का प्रयोग नहीं किया गया है । प्रदूषण मंडल के अधिकारियों ने मूर्तियों की जांच की थी । उन्होंने कहा था, ‘मूर्तियों की गुणात्मकता अच्छी नहीं है’, ऐसा कहकर मूर्तिशाला को ताला लगा दिया, यहां १७० मूर्तियां थीं । ऋण पर राशि लेकर १० लाख रुपए लगाए थे ।
इस समय एक महिला ने कहा कि इतने वर्षों से हम मूर्तियां बना रहे हैं; परंतु कभी भी ऐसी कार्रवाई नहीं हुई थी । यदि उन्होंने हमें २० दिन पूर्व कहा होता, तो हम ये मूर्तियां अन्य राज्यों में ले गए होते ।
4 days ahead of Ganesh Chaturthi, Pollution Control Board in #TamilNadu seals idol-making unit of Hindu artisans in Karur#WATCH | State officials sealing idol-making unit even as women artisans plead with them to not hurt their source of income#GaneshChaturthi #Ganeshotsav pic.twitter.com/VWyTwFsM8G
— Ritam English (@EnglishRitam) September 16, 2023
हिन्दुओं का व्यवसाय नष्ट करने का प्रयास ! – भाजपा
तमिलनाडु के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के. अण्णामलाई ने इस घटना पर तमिलनाडु सरकार की आलोचना की है । अण्णामलाई ने कहा कि हमारे उत्सवों पर जीवन-यापन करनेवालों के व्यवसाय नष्ट करने के प्रयास कर द्रमुक सरकार सनातन धर्मियों की भावनाएं आहत कर रही है, साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था की भी हानि कर रही है ।
द्रमुक सनातन धर्म के विरुद्ध प्रत्येक सीमा लांघ चुकी है ! – स्थानीय हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन
स्थानीय हिन्दू संगठनों का कहना है कि हमने १२० गणेश मूर्तियों की मांग की थी । परंतु अब अचानक मूर्तिशाला को ताले लगा दिए गए हैं । यह हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का षड्यंत्र है । द्रमुक सनातन धर्म के विरुद्ध प्रत्येक सीमा लांघ चुकी है ।
संपादकीय भूमिका
|