खालिस्तानवादियों पर कठोर कार्यवाही करें !
प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को सुनाया !
नई देहली – ‘जी-२०’ परिषद में उपस्थित हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट कर चर्चा की । उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा में खालिस्तानियों द्वारा भारतीय दूतावास और हिन्दुओं के मंदिरों पर होने वाले आक्रमण रोकने के लिए कठोर उपाय योजना बनाने को कहा । खालिस्तानियों की कार्यवाहियों के कारण भारत और कनाडा की ही होने से ऐसी घटनाएं रोकी जानी चाहिए, ऐसा एहसास प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रूडो को करके दिया । इस संबंध में भारत के विदेश मंत्रालय ने एक पत्र निकाला है । जिसमें कहा गया है कि, भारत की सरकार ने कनाडा की ट्रूडो सरकार की नीतियों का निषेध किया है ।
Khalistan Referendum In Canada As PM Modi Flags Extremism With Trudeau#news #trending https://t.co/hXm23B1QdS
— Indiatimes (@indiatimes) September 11, 2023
(और इनकी सुनिए…) ‘कुछ लोगों के अयोग्य वर्तन के कारण सभी से एक जैसा व्यवहार नहीं किया जा सकता !’ – जस्टिन ट्रूडो
संपादकीय भूमिकायह सत्य होगा, तो भी ‘जो कुछ लोग’ हैं, उन पर कनाडा कोई भी कार्यवाही नहीं करता, इस विषय में ट्रुडो क्यों नहीं बोलते ? |
A day after PM Modi raised concerns about Khalistan extremism to Justin Trudeau, SFJ held a K-event in Canada today.
As the meeting between PM Modi and Canadian PM Justin Trudeau was happening, we saw another so-called referendum in Surrey…: @RishabhMPratap@PriyaBahal22 pic.twitter.com/0zfJ7ArXjU
— TIMES NOW (@TimesNow) September 11, 2023
प्रधानमंत्री मोदी से भेंट के उपरांत कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रुडो ने कहा कि कनाडा में शांति से प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता का हम हमेशा रक्षण करेंगे और घृणा का विरोध करने के लिए हमेशा ही तैयार रहेंगे । कुछ लोगों के अयोग्य वर्तन के कारण सभी से एक जैसा व्यवहार नहीं कर सकते । हम ऐसे प्रकरणों को गंभीरता से लेते हैं ।
हमारी सरकार खालिस्तानी आतंकवाद को कभी भी प्रोत्साहन नहीं देगी । कुछ लोगों की कार्यवाही संपूर्ण समुदाय अथवा कनाडा की कार्यवाही नहीं हो सकती । (ट्रुडो जो बता रहे हैं, उसके अनुसार उन्होंने अभी तक वर्तन क्यों नहीं किया ?, यह भी उन्हें बताना चाहिए था ! – संपादक) ट्रूडो ने भारत के विषय में कहा कि, भारत विश्व की एक असामान्य और प्रमुख अर्थव्यवस्था है ।