(और इनकी सुनिए …) ‘भविष्य में भारत में हिन्दु धर्म नहीं रहेगा !’ – आयआयटी देहली की प्राध्यापिका दिव्या द्विवेदी
आयआयटी देहली की प्राध्यापिका दिव्या द्विवेदी ने की हास्यास्पद खोज !
नई देहली – ‘जी-२०’ परिषद में फ्रान्स की प्रणाली पर साक्षात्कार देते समय ‘आयआयटी देहली’की प्राचार्या दिव्या द्विवेदी ने वक्तव्य किया कि, ‘‘एक भूतकालीन भारत था, जिसमें जातिव्यवस्था के आधार पर अधिक मात्रा में लोगों पर अत्याचार एवं आत्मनियंत्रण किया गया । एक भविष्य का भारत होगा, जिस में जातिव्यवस्था के आधार पर अंतर नहीं होगा तथा हिन्दु धर्म भी नहीं रहेगा ।’’ इसका एक वीडियो भी सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हुआ है । इससे पूर्व भी दिव्या द्विवेदी ने कहा था कि, ‘हिन्दु धर्म झूठा है । वह २० वें शतक के प्रारंभ में स्थापन किया गया है । (कौन झूठा है, ये इस वक्तव्य से ध्यानमें आता है ! – संपादक)
1) Divya: There is India of future i.e. egalitarian India which would be without Hinduism
Journalist: I talked to Rickshaw driver, he’s using app for work & happy with India’s growth
Divya: But, what about hoax in form of Hindu religion?
Divya Dwivedi is Professor at IIT Delhi pic.twitter.com/UzhuyF3DlS
— Anshul Saxena (@AskAnshul) September 9, 2023
दिव्या द्विवेदी वीडियो में आगे कहती है कि, वर्तमान में ‘आर्यन मानसिकता’ होनेवाला भारत विश्व के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं । अतएवं ‘इंडिया’ के अतिरिक्त ‘भारत’ इस नाम पर जोर दिया जा रहा है । भविष्य का ‘हिन्दु विरहित भारत’ अभी तक दुनिया के सामने प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है । गत ३०० वर्षों से अधिक कालावधि में जातिव्यवस्था भारत को आकार दे रही है । देश में १० प्रतिशत सवर्ण हैं; किंतु वही देश के ९० प्रतिशत शक्तिशाली एवं लाभदायक पदों पर विराजमान हैं । यही आज भी गति पर है ।
संपादकीय भूमिका
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