परमाणु हथियार से संपन्न होने पर भी ‘जी-२०’ सम्मेलन में आमंत्रित न करना लज्जास्पद !

भारत में ‘जी-२०’ सम्मेलन में आमंत्रित न किए जाने पर पाकिस्तान के नागरिकों ने ही अपने देश की आलोचना की !

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पूरे विश्व के २८ देशों के प्रमुख भारत में २ दिवसीय जी-२० शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं । इस सम्मेलन के नियोजनबद्ध आयोजन एवं व्यवस्थापन करने पर अनेक देशों ने भारत की प्रशंसा की है, वहीं भारत के पडोसी तथा शत्रु देश पाकिस्तान के नागरिक अपने ही देश की आलोचना कर रहे हैं । पाकिस्तान में एक यूट्यूब चैनल ‘रियल एंटरटेनमेंट’ पर एक लघु चित्र प्रसारित किया गया है । इस लघुचित्र में निवेदक लोगों से पूछते हैं, ‘भारत इतना आगे बढ गया एवं पाकिस्तान पीछे क्यों रह गया ?’, इस पर लोग अलग-अलग उत्तर देते हैं । एक ने कहा, ‘हम अत्यंत लज्जा अनुभव करते हैं कि हमारे (पाकिस्तान के) परमाणु हथियार से संपन्न होने पर भी भारत ने हमें इस सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया; किंतु बांग्लादेश को आमंत्रित किया है ।

१. पाकिस्तान को स्वतंत्र देश बनाना एक भयंकर भूल थी । उस समय के लोगों ने विभाजन का विरोध किया होता तो ठीक होता ।

२. दूसरे ने कहा ‘भारत हमसे बहुत आगे निकल गया है । भारत में कश्मीर को हमारे देश के लोगों की अपेक्षा अधिक सुविधाएं मिल रही हैं । हमारी तुलना उनसे नहीं की जा सकती’, इस प्रकार उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की ।

३. एक अन्य ने कहा कि पाकिस्तान एक भूखा कंगाल देश है तथा ऐसे देश के साथ कोई संबंध नहीं रखना चाहता । प्रत्येक व्यक्ति यही सोचता है कि पाकिस्तान उनसे पैसे मांगने आया है ।

४. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के एक समर्थक ने कहा, ‘यदि इमरान खान प्रधानमंत्री होते तो जी-२० सम्मेलन पाकिस्तान में आयोजित होता ।’ निवेदक ने उन्हें सूचित किया कि पाकिस्तान इस परिषद का सदस्य नहीं है, अत: ये संभव ही नहीं है ।