फ्रांस के विद्यालयों में ‘अबाया’ डालने पर प्रतिबंध !

(‘अबाया’ अर्थात बुरखा समान एक वस्त्र ! इसमें चेहरे को छोडकर संपूर्ण शरीर ढक जाता है ।)

पैरिस (फ्रांस) – फ्रांस के सरकारी विद्यालयों में मुसलमान छात्राओं को ‘अबाया’ डालने पर प्रतिबंध लगाया गया है । फ्रांस के शिक्षामंत्री गैब्रिएल एटोल ने एक दूरचित्रवाहिनी को दी हुई भेटवार्ता (मुलाकात) में यह जानकारी दी । गैब्रिएल एटोल ने कहा, जब आप किसी कक्षा में प्रवेश करते हैं, तब विद्यार्थियों के कपडों से उनकी धार्मिक पहचान नहीं होनी चाहिए ।’’

(सौजन्य : Hindustan Times)

फ्रांस में वर्ष २००४ में विद्यालयों में सिर पर स्कार्फ (रूमाल समान बडा कपडा) और वर्ष २०१० में सार्वजनिक स्थान पर पूरा चेहरा ढकनेवाला बुरखा डालनेवालों पर प्रतिबंध लगाया था ।

साउदी अरेबिया में भी परीक्षा केंद्र के स्थान पर ‘अबाया’पर प्रतिबंध

‘अबाया’ साउदी अरेबिया की महिलाओं का पारंपरिक वस्त्र है; परंतु गत वर्ष साउदी अरेबिया के शिक्षा विभाग द्वारा ऐसा आदेश दिया गया है कि ‘छात्राएं परीक्षा केंद्र में अबाया नहीं डाल सकतीं । विद्यालय एवं महाविद्यालय द्वारा निर्धारित किया गया गणवेश (यूनीफार्म) परिधान करनेवाली छात्राओं को ही परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया जाएगा ।’

संपादकीय भूमिका 

विकसित, प्रगतिशील, आधुनिकतावादी एवं विज्ञानवादी यूरोपीय देश बुरखा, हिजाब एवं ‘अबाया’ को सार्वजनिक स्थानों पर परिधान करने पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, तो भारत ऐसा क्यों नहीं कर सकता ?