शिक्षिका के कहने पर एक मुस्लिम छात्र को अन्य छात्रों ने पीटा !
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मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) – खुब्बारपुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में गृहपाठ न करने वाले एक मुस्लिम छात्र का वीडियो सामाजिक माध्यम पर प्रसारित किया गया । इसके उपरांत मुस्लिम नेताओं, संगठनों एवं धर्म-निरपेक्षतावादी राजनीतिक दलों ने इसकी आलोचना की । इस शिक्षिका का नाम चित्रा त्यागी है एवं ये विद्यालय भी उन्हीं का है । इस प्रकरण में शिक्षिका के विरुद्ध प्रकरण प्रविष्ट कर लिया गया है तथा पुलिस एवं शिक्षा विभाग ने घटना की जांच आरंभ कर दी है ।
महिला टीचर ने मुस्लिम छात्र को खड़ा करके पिटवाया, स्कूल में बच्चों से लगवाए थप्पड़, देखें VIDEO#UttarPradesh #Muzaffarnagar #Video https://t.co/jN5D1k5b16
— Hindustan (@Live_Hindustan) August 25, 2023
वीडियों में क्या दिख रहा है ?
शिक्षिका त्यागी ने मुस्लिम छात्र को सबके सामने खडा किया । उसके उपरांत वर्ग के सभी छात्रों को आगे आकर इस छात्र को मारने के लिए कहा गया । इसके साथ ही, ‘मैंने अब घोषणा की है कि इन मुस्लिम लडकों को अपने क्षेत्र (मुस्लिम परिसर) में चले जाना चाहिए ।’ त्यागी द्वारा मुस्लिम लडके को मारने के आदेश मिलने के उपरांत वर्ग के एक लडके ने उस मुस्लिम छात्र के गाल पर धीरे से थप्पड मारा । इस पर त्यागी ने लडके से कहा, ‘तुम इस तरह क्यों मार रहे हो ? जोर से मारो ।’ उसके उपरांत २ अन्य लडके उठे एवं उन्होंने उस छात्र को जोर से मारा । चलो अभी कौन शेष है ? चेहरे पर मारने से उसके गाल लाल हो रहे हैं, अब पीठ पर मारो ।
शिक्षक का स्पष्टीकरण
इस प्रकरण में शिक्षिका चित्रा त्यागी ने कहा कि इस घटना को धार्मिक रंग देना अयोग्य है । हमारे विद्यालय में अनेक मुस्लिम छात्र विद्यार्जन करते हैं । जिस छात्र की पिटाई की गई, उसने गृहपाठ (होम वर्क) नहीं किया था । उसके लिए उसे दंडित किया गया । घटना को अलग पद्धति से दिखाने का प्रयत्न किया जा रहा है । इस घटना का चित्र अनुचित पद्धति से संकलित कर प्रसारित किया जा रहा है । लडके के परिवार ने ही मुझसे लडके के साथ कडाई करने को कहा था । इसलिए हमने कठोर होने का प्रयत्न किया है । मैं विकलांग हूं, अपने स्थान से उठ नहीं सकती इसलिए उसे अन्य छात्रों को मारने के लिए कहा था । उसे दंडित करने का उद्देश्य यह था कि वह अध्ययन करे । मैंने मुस्लिम शब्द का उच्चारण किया है, जिसे मैं मानती हूं कि वह अयोग्य है, किंतु मेरा उद्देश्य अलग था ।
घटना को धार्मिक रंग न दें ! – मुस्लिम छात्र के पिता का आवाहन !इस घटना को लेकर उक्त मुस्लिम छात्र के पिता ने कहा, ‘इस घटना को धार्मिक रंग देना अयोग्य है। गांव में हम सब भाई-भाई के समान रहते हैं । बच्चे को अच्छी तरह से पढाई करनी चाहिए; इससे मैंने शिक्षिका त्यागीजी को उसके प्रति कठोर रहने को कहा था किंतु कहने का उद्देश्य इस तरह पिटा जाए, ऐसा कदापि नहीं था । हमने जब विद्यालय में परिवाद (शिकायत) किया तो हमसे कहा गया, ‘विद्यालय का यही नियम है।’ यह नियम योग्य नहीं है । हमने इस प्रकरण में कार्रवाई की मांग की है । |