सदस्यों के बर्ताव में जब तक सुधार नहीं होता, तब तक लोकसभा का कामकाज देखने की मनाही !

संसद में हमेशा के हडकंप के उपरांत लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिर्ला का निर्णय !

लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिर्ला

नई देहली – संसद में मणिपुर के हिंसाचार पर विरोधी पक्षों द्वारा गत ९ दिनों से हडकंप मचाया जा रहा था, तब लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिर्ला को १० वें दिन लोकसभा का कामकाज चलाने से मना कर दिया । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक संसद के मान-सम्माननुसार सदस्य बर्ताव नहीं करते, तब तक लोकसभा का कामकाज नहीं होगा । संसद का मान रखना, यह सभी का सामूहिक दायित्व है । कुछ सदस्यों का बर्ताव परंपरा के विरुद्ध है ।

संसद का कामकाज २ अगस्त को सवेरे आरंभ होते ही हडकंप शुरू हो जाने से १५ मिनटों में ही दोपहर २ बजे तक कामकाज स्थगित कर दिया गया ।

संपादकीय भूमिका 

ऐसे निर्णय से हडकंप मचानेवाले सदस्यों पर कोई भी परिणाम नहीं होगा । इसके स्थान पर लोकसभा अध्यक्ष ने अपने अधिकाऱ के अंतर्गत शोरगुल करनेवाले इन सदस्यों को ही संसद से बाहर निकालने, निलंबित करने आदि निर्णय लेना अपेक्षित है । कक्षा में विद्यार्थी जब दंगा-मस्ती करने लगते हैं तो शिक्षक उन्हें कक्षा के बाहर मुर्गा बनकर खडे होने के लिए कहते हैं । इसप्रकार वे उनमें अनुशासन लाने का प्रयत्न करते हैं ! नागरिकों को लगता है कि ऐसा कठोर निर्णय अध्यक्ष को लेना चाहिए !