हावडा (बंगाल) में महिला को निर्वस्त्र कर जुलूस निकालने की घटना उजागर !

कोलकाता (बंगाल) – बंगाल में हावडा की एक महिला का आरोप है कि उस पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे निर्वस्त्र कऱ उसका जुलूस निकाला और छेडछाड कर शारीरिक अत्याचार किया है । उसने बताया कि यह घटना ८ जुलाई को पंचाला गांव में हुई थी। इस दिन राज्य में पंचायत चुनावों के लिए मतदान हुआ था । तब बंगाल में भारी मात्रा में हिंसाचार हुआ था । महिला के आरोप पर पुलिस ने अपराध प्रविष्ट किया है । इसमें तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी हेमंत राय, नूर आलम, अल्फी एस्.के., रणबीर पांजा संजू, सुकमल पांजा आदि के नाम हैं ।

१. इस महिला ने शिकायत में कहा कि तृणमूल कांग्रेस के ४० से ५० कार्यकर्ताओं ने मुझ पर लाठियों से आक्रमण किया और मुझे मतदान केंद्र से दूर फेंक दिया । उन्होंने मेरे कपडे फाडने का प्रयत्न कर मुझे निर्वस्त्र किया । सभी के सामने मेरी छेडछाड की और मुझे अयोग्य ढंग से स्पर्श किया ।

२. इस घटना के विषय में भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (information technology) शाखा के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोई शर्म है या नहीं ? आपके सचिवालय से कुछ ही अंतर पर यह घटना हुई है । आप एक असफल मुख्यमंत्री हैं । आपको अपने बंगाल की ओर ध्यान देना चाहिए ।’

इससे पूर्व ममता बनर्जी ने मणिपुर की २ महिलाओं को नि‍र्वस्त्र कर जुलूस निकालने के प्रकरण में प्रधानमंत्री मोदी की कठोर शब्दों में आलोचना की थी ।

संपादकीय भूमिका 

  • मणिपुर की घटना पर टिप्पणी करनेवाले अब बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी पर टिप्पणी करेंगे ? उनका त्यागपत्र मांगेंगे ?
  • बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार होने से वहां हिंसाचार ने मर्यादा लांघ दी है इसलिए वहां की सरकार विसर्जित कर राष्ट्रपति शासन लागू करना ही योग्य है !