समान नागरिक संहिता के विरुद्ध विधि आयोग को संदेश देने के लिए मस्जिद के बाहर लगाया गया ‘बार कोड’ !

नई देहली – केंद्र सरकार के विधि आयोग ने भारत में समान नागरिक संहिता बनाने पर निर्देश मांगे हैं । उसे बहुत अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ है । ऐसा कहा जाता है कि ६० लाख से अधिक लोगों ने अपना प्रतिसाद भेजा है । मुस्लिम संगठन इस कानून का विरोध कर रहे हैं । इस पृष्ठभूमि में देखने में आया है कि अनेक स्थानों में मस्जिद के बाहर एक विशेष ‘बार कोड’ वाला फलक लगाया गया है, जिसमें विधि आयोग से विरोध प्रविष्ट करने का आवाहन किया गया है । उत्तर प्रदेश के बरेली समेत मुंबई जैसे महानगरों में भी ऐसा देखा गया ।

१. बरेली में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के कार्यकर्ताओं ने एक मस्जिद के बाहर यह ‘बार कोड’ लगाया है । मस्जिद में नमाज पढने आने वाले मुसलमान मोबाइल फोन के माध्यम से ‘बार कोड’ स्कैन करके विरोध का संदेश भेज रहे हैं । यहां के मुस्लिम समाज का कहना है कि समान नागरिक कानून शरिया कानून के विरुद्ध है इसलिए मुस्लिम समाज इसे स्वीकार नहीं करेगा । स्वतंत्रता के उपरांत मुस्लिम समाज को कुछ अधिकार मिले हैं । हम इसका पालन कर रहे हैं ।

२. विरोध के संदेश भेजने के लिए मुंबई के मलाड में पठानवाडी में नूरानी मस्जिद के बाहर बार कोड भी लगाए जा रहे हैं । इसकी जानकारी मिलने के उपरांत स्थानीय पुलिस ने मस्जिद के मैनेजर को जांच के लिए बुलाया । यहां के पूर्व पार्षद अहमद जमाल ने कहा कि मुस्लिम समाज समान नागरिक कानून को स्वीकार नहीं करता है ।

संपादकीय भूमिका 

समान नागरिक कानून के समर्थन में कितने हिन्दू एवं उनके संगठन क्या ऐसे प्रयास कर रहे हैं ?