मुसलमान व्यापारियों के कारण गुवाहाटी में तरकारी (सब्जी) के मूल्य बढे !

असम के मुख्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा का दावा !

बाएंसे हिमंत बिस्व सरमा और असदुद्दीन ओवैसी

गुवाहाटी (असम) – असम के भाजपा सरकार के मुख्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है ‘वे लोग कौन हैं, जिनके कारण तरकारी का मूल्य इतनी भारी मात्रा में बढ गया है ? गुवाहाटी में वे मिया व्यापारी हैं, जो असमिया व्यापारियों को अधिक मूल्य की तरकारी बेच रहे हैं । वास्तविक गांवों में तरकारी अल्प मूल्य में मिल रही है । यदि असमिया व्यापारियों ने तरकारी बेची होतीं, तो उन्होंने असमिया लोगों से तरकारी का अधिक मूल्य न लिया होता । असम में बंगाली मूल के मुसलमानों को संभवतः ‘मिया’ शब्द से संबोधित किया जाता है। ये लोग मूल रूप से बांग्लादेश से आये थे ।

एम.आइ.एम. के अध्यक्ष एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्य मंत्री सरमा के वक्तव्य की आलोचना की है । उन्होंने कहा ‘देश में एक ऐसा समूह है, जो स्वयं के घर की भैंस के दूध एवं मुर्गी के अंडा न देने पर भी मुसामानों को दोषी ठहराते हैं । कदाचित वे स्वयं की विफलता मुसलमानों के माथे पर थोप रहे हैं । विदेशी मुसलमानों से प्रधान मंत्री मोदी की विशेष मित्रता है । मोदी को उनसे टमाटर, पालक, आलू आदि मंगवाकर काम चलाना चाहिए’ । ओवैसी ने ऐसा तंज भी कसा है । (यदि एक राज्य का मुख्य मंत्री इस प्रकार का दावा कर रहा हो, तो उसके पीछे कुछ तो कारण होने की संभावना है । परंतु ओवैसी जैसे नेताओं को अपने धर्मबांधवों में दोष दिखता ही नहीं है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका 

 ‘मुख्य मंत्री सरमा जो दावा कर रहे हैं, क्या ऐसा दावा देश के अन्य क्षेत्रो में हो रहा है ?’, इसकी निश्‍चिति करने की आवश्यकता है । यदि ऐसा है, तो कोई ऐसे व्यापारियों का बहिष्कार करने का आवाहन करे, तो इसमें आश्चर्य कैसा !