प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान पुरस्कार प्रदान
यह सम्मान प्राप्त करनेवाले मोदी बने प्रथम भारतीय प्रधान मंत्री !
पेरिस (फ्रांस) – भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में दो दिवसीय फ्रांस दौरे पर हैं । इस अवसर पर १३ जुलाई की रात्रि को प्रधान मंत्री मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रॉन के राजमहल में फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान पुरस्कार ‘द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ प्रदान किया गया । यह सम्मान प्राप्त करनेवाले नरेंद्र मोदीजी प्रथम भारतीय प्रधान मंत्री हैं ।
It is with great humility that I accept the Grand Cross of the Legion of Honor. This is an honour for the 140 crore people of India. I thank President @EmmanuelMacron, the French Government and people for this gesture. It shows their deep affection towards India and resolve for… pic.twitter.com/Nw7V1JVgpb
— Narendra Modi (@narendramodi) July 14, 2023
प्रधान मंत्री मोदी ने पेरिस के ‘ला सीन म्युजिकल’ में भारतीयों को संबोधित किया । उन्होंने कहा, ‘फ्रांस में आना, घर आने समान ही है । भारत के लोग जहां जाते हैं, वहां छोटा भारत बना लेते हैं । वैश्विक व्यवस्था में भारत की विशेष भूमिका है । प्रत्येक आवाहन का सामना करने के लिए भारत का अनुभव एवं प्रयास विश्व के लिए उपयुक्त प्रमाणित हो रहे हैं । भारत आगामी २५ वर्षों के विकास के लक्ष्य पर काम कर रहा है । आज प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय संस्था कह रही है कि भारत आगे जा रहा है ।’
फ्रांस में भी ‘युपीआइ’ द्वारा (ऑनलाईन) आर्थिक व्यवहार कर सकेंगे !
फ्रांस में ‘युपीआइ’ (ऑनलाईन आर्थिक व्यवहार करने की प्रणाली) उपयोग में लाने के लिए भारत एवं फ्रांस के मध्य समझौता हुआ है । प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, ‘इस समझौते के कारण अब फ्रांस के लोग भी ‘युपीआइ’ का उपयोग कर सकते हैं । इस कारण भारत के नवनिर्माण के लिए बडा मार्केट (हाट) उपलब्ध होगा’ ।
अब फ्रांस में भी चलेगा #UPI का सिक्का, डिजिटल पेमेंट में दुनिया को कड़ी टक्कर दे रहा भारत#UPIPayments #France #DigitalPayments https://t.co/HrhBLu1Rfw
— India TV (@indiatvnews) July 14, 2023
युपीआइ के उपयोग के लिए इस वर्ष सिंगापुर के ‘पे नाऊ’ के साथ भी भारत का समझौता हुआ है । इसके साथ ही संयुक्त अरब अमिरात, भूटान एवं नेपाल देशों में इससे पूर्व ही यह प्रणाली आरंभ की गई है । अब अमेरिका, यूरोपीयन देश एवं पश्चिम एशिया में अंतरराष्ट्रीय युपीआइ सेवा आरंभ करने का प्रयास हो रहा है ।