भ्रष्टाचार न रोक पाने का एकमात्र कारण है, सरकार की इच्छा का अभाव !
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘एक भी क्षेत्र ऐसा नहीं, जहां भ्रष्टाचार नहीं है। फ्लैट खरीदना है तो नकद (काला धन) और धनादेश (चेक) से राशि देनी पड़ती है। फ्लैट बेचनेवालों के पास झूठे ग्राहक के रूप में सरकार किसी को क्यों नहीं भेजती ? फ्लैट बेचनेवाले ५-१० लोगों का भ्रष्टाचार सामने आ जाए और उन्हें तत्काल कठोर दंड मिल जाए, तो सभी फ्लैट बेचनेवाले काले धन का व्यवहार तत्काल रोक देंगे । इसी प्रकार से सभी क्षेत्रों में और सरकारी कार्यालयों में हो रहा भ्रष्टाचार रोका जा सकता है ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक