रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी विवेकानंद के विषय में आक्षेपार्ह विधान करने पर ‘इस्कॉन’के धार्मिक नेता अमोघ लीला दास को बनाया बंदी !
(इस्कॉन म्हणजे ‘इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस’)
कोलकत्ता (बंगाल) – ‘इस्कॉन’ इस सुपरिचित संस्था के एक धार्मिक नेता अमोघ लीला दास को एक माह के लिए बंदी बनाया गया है । इस्कॉन ने कहा, ‘अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद एवं रामकृष्ण परमहंस के विषय में आक्षेपार्ह विधान करने से हुए वाद-विवाद उपरांत दास को बंदी बनाने का निर्णय लिया गया ।’ अमोघ लीला दास ने अपने विधान के लिए क्षमा मांगी है । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे एक माह तक गोवर्धन पर्वत के निकट जाकर प्रायश्चित लेंगे ।
अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. अब उन पर ISKCON ने एक महीने के लिए बैन लगा दिया है-#AmoghLilaDas #SwamiVivekananda #ISKCON #India https://t.co/4A4E8ekhmn
— ABP News (@ABPNews) July 12, 2023
अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद के मछली खाने के संदर्भ में कहा था, ‘एक सदाचारी व्यक्ति कभी किसी प्राणी को हानि नहीं पहुंचाएगा ।’ इसके साथ रामकृष्ण परमहंस के ‘जितने मत उतने मार्ग’ इन विचारों पर व्यंग्यात्मक टीका-टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘प्रत्येक मार्ग एक ही लक्ष्य तक नहीं जाता ।’ तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रमुख सचिव कुणाल घोष ने इस पर आक्षेप लेते हुए अमोघ लीला दास पर कार्रवाई करने की मांग की थी ।