‘गीता प्रेस’ केवल मुद्रणालय नहीं, अपितु आस्था का केंद्र ! – प्रधानमंत्री मोदी

‘गीता प्रेस’ के शताब्दी महोत्सव का समापन !

गीता प्रेस जैसी संस्था केवल धर्म एवं कर्म को नहीं जोडती, अपितु वे भारत को भी जोडती है – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘गीता प्रेस’ के विषय में गौरवपूर्ण प्रतिपादन करते हुए कहा, ‘‘गीता प्रेस विश्व का ऐसा एकमात्र मुद्रणालय है, जो केवल एक संस्था नहीं; अपितु आस्था का केंद्र है । इसका कार्यालय विश्व के करोडों लोगों के लिए मंदिर के समान है । उसके नाम में गीता तथा काम में भी गीता है । जहां गीता है, वहां भगवान श्रीकृष्ण हैं । जहां गीता है, वहां ज्ञान है । ज्ञान हो, तो बोध होगा तथा बोध होगा, तो शोध होगा ।’’ गीता प्रेस के शताब्दी महोत्सव के समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी सम्मिलित हुए । उसमें उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थीं । इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने गीता प्रेस को ‘गांधी शांति’ पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया, साथ ही गीता प्रेस के ‘शिवपुराण’ एवं संत तुलसीदास द्वारा लिखित ग्रंथ का लोकार्पण भी किया ।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि,

१. गीता प्रेस भारत को उसकी जीवनशैली के विषय में मार्गदर्शन कर राष्ट्रसेवा का कार्य कर रहा है । गांधी के भी गीता प्रेस के साथ भावनात्मक संबंध थे । वे गीता प्रेस के ‘कल्याण’ नियतकालिक के लिए लेखन करते थे । गांधी ने ही कहा था कि इसमें विज्ञापन प्रकाशित नहीं करने चाहिएं । आज भी इस नियतकालिक में विज्ञापन प्रकाशित नहीं किए जाते ।

२. गीता प्रेस ने अल्प मूल्य में घर-घर धार्मिक पुस्तक पहुंचाए हैं । गीता प्रेस जैसी संस्था केवल धर्म एवं कर्म को नहीं जोडती, अपितु वे भारत को भी जोडती है । भारत में इस प्रेस की २० शाखाएं हैं, जिनके माध्यम से वह विभिन्न भाषाओं में भारत के मूल चिंतन को लोगोंतक पहुंचाता है ।

३. विदेशी आक्रांताओं ने हमारे ग्रंथालय जला दिए थे । अंग्रजों ने हमारी गुरुकुल परंपरा नष्ट की । हमारे पूजनीय ग्रंथ विलुप्त होने की स्थिति में थे । ऐसे समय में गीता प्रेस जैसी संस्थाओं ने उन्हें बचाने का काम किया । ये ग्रंथ आज घर-घर पहुंचे हैं तथा इन ग्रंथों से हमारी अगली पीढीयां जुड गई हैं ।

विगत ७५ वर्षाें में एक भी प्रधानमंत्री यहां नहीं आया ! – योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गीता प्रेस ने १०० वर्ष पूर्ण किए हैं । स्वतंत्रता के ७५ वर्ष उपरांत देश का एक भी प्रधानमंत्री यहां नहीं आया है; क्योंकि गीता प्रेस भारत की आत्मा को प्रकट करता है ।